वे पास-पास होकर भी दूर ही थे… चिपी में राणे और ठाकरे में चले तीर

चिपी हवाई अड्डे का लोकार्पण हुआ, इस अवसर पर नेताओं की उपस्थिति रही, परंतु केंद्र और राज्य सरकार के मंत्री साथ होकर भी अलग-अलग दिखे।

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सिंधुदुर्ग का बहुप्रतीक्षित विमानतल शुरू हो गया है। इसका उद्घाटन केेंद्रीय नागरी उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केेंद्रीय मंत्री नारायण राणे, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की मौजूदगी में हुआ। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में राणे और उद्धव ठाकरे अगल-बगल में ही बैठे थे, लेकिन दोनों ने एक दूसरे की ओर देखा भी नहीं। मंच पर दोनों नेताओं के भाषणों में हल्के-हल्के तीर जरूर चले।

नारायण राणे और उद्धव ठाकरे परिवार की अनबन पुरानी है। राणे अपने शब्द बाणों से उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते रहते हैं। इसका उत्तर भी शिवसेना पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे अपनी ठाकरे शैली में देते हैं। लेकिन दोनों नेताओं मे यह अनबन अब गंभीर मोड़ पर है, भारतीय जनता पार्टी के जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान नारायण राणे की गिरफ्तारी ने राणे और ठाकरे रंजिश को बढ़ा दिया है।

चिपी हवाई अड्डा का दूसरा नाम सिंधुदुर्ग ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा है, इसके उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय नागरी उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिधिंया वीडियो कॉन्फ्रेन्सिग के द्वारा सम्मिलित हुए, इसके अलावा केंद्रीय मंत्री नारायण राणे कार्यक्रम में उपस्थित थे। महाराष्ट्र सरकार की ओर से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, मंत्री बालासाहेब थोरात समेत स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

चिपी में चुप्पी
चिपी हवाई अड्डे के उद्घाटन पर केंद्रीय मध्यम, लघु और सुक्ष्म उद्योग मंत्री नारायण राणे, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और मंत्री बालासाहेब थोरात उपस्थित थे। जैसे ही मंत्रियों का आमना सामना हुआ, नारायण राणे और बालासाहेब थोरात ने एक दूसरे का अभिवादन किया, परंतु राणे और ठाकरे के बीच संवाद तो दूर दोनों ने एक दूसरे को देखा तक नहीं।

राणे की शुभेच्छा
अपने संबोधन में नारायण राणे ने कोंकण से शिवसेना सांसद विनायक राऊत को भी नसीहत दी। इसके साथ ही आदित्य ठाकरे को अपनी शुभकामना दी। उन्होंने कहा कि, जिले का विकास हो यही मेरा उद्देश्य है। इसमें राजनीति न आए यही इच्छा है। लोकप्रतिनिधि क्या कर रहे हैं, इसकी जांच के लिए किसी को चुनना चाहिए, जो इसे देखे।

मुख्यमंत्री के बाण
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी मीठे शब्दों में नारायण राणे को उत्तर दिया। उन्होंने कहा कि बालासाहेब को झूठ बोलनेवाले स्वीकार नहीं थे, इसलिए उन्होंने ऐसे लोगों को निकाल दिया। विकास कार्यों में राजनीति लाना अच्छा नहीं है। कोंकण का सही विकास आज से शुरू हुआ है। विनायक राऊत पर नारायण राणे की टिप्पणी पर मुख्यमंत्री ने कहा कि, नारायण राव आपके पास केंद्रीय मंत्री पद है, आप इसका उपयोग महाराष्ट्र के लिए करें। आपने कॉलेज के लिए फोन किया तो मैंने हस्ताक्षर कर दिये, पेड़े की मीठाई दिखानी पड़ती है।

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