राणे का रुतबा बढ़ा!

नारायण राणे सुशांत सिंह मौत मामले के बाद काफी एक्टिव दिख रहे हैं और वे हर मुद्दे पर महाविकास आघाड़ी सरकार  को करारा जवाब देते रहे हैं। खास कर सुशांत मामले में जिस तरह का आक्रामक रुख उन्होंने अपनाया है, इससे बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व का ध्यान उनकी ओर गया है।

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पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस पार्टी को अलविदा कहकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए प्रदेश के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी को जेड कैटेगरी की सुरक्षा देने के बाद केंद्र ने महाराष्ट्र के दबंग नेता नारायण राणे की भी सुरक्षा बढ़ा दी है। इसके बाद राणे का रुतबा बढ़ने की बात कही जा रही है। इससे पहले भी केंद्र ने राज्य के महाविकास आघाड़ी सरकार और खासकर शिवसेना के निशाने पर रही अभिनेत्री कंगना रनौत को वाई प्लस कैटेगरी सुरक्षा प्रदान कर उन्हें निडरता का वरदान दिया था।

फायर ब्रांड नेता हैं राणे
नारायण राणे सुशांत सिंह मौत मामले के बाद काफी एक्टिव दिख रहे हैं और वे हर मुद्दे पर महाविकास आघाड़ी सरकार  को करारा जवाब देते रहे हैं। खास कर सुशांत मामले में जिस तरह का आक्रामक रुख उन्होंने अपनाया है, इससे बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व का ध्यान उनकी ओर गया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके पुत्र तथा राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के खिलाफ सुशांत मामले में आग उगलनेवाले राणे का महत्व बीजेपी में काफी बढ़ा हुआ दिख रहा है। वैसे पहले से ही निडर और फायर ब्रांड नेता माने जानेवाले नारायण राणे को शुरू में बीजेपी ज्यादा भाव नहीं देती थी, लेकिन प्रदेश में सत्ता गंवाने के बाद पार्टी को उनकी जरुरत महसूस होने लगी है। शायद यही वजह है कि केंद्र ने राणे को राज्य सभा सांसद बनाकर उनका कद बढ़ाने की कोशिश की। फिलहाल केंद्र ने उन्हें वाई कैटेगरी सुरक्षा प्रदान की है। इस कैटेगरी में दो अधिकारियों के साथ ही 11 सुरक्षा रक्षक शामिल रहते हैं। यह देश के तीसरे दर्जे की सुरक्षा मानी जाती है।

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उद्धव सकार ने की थी सुरक्षा में कटौती
बता दें कि प्रदेश में महाविकास आघाड़ी के सत्ता में आने के बाद राज्य के कई नेताओं और अन्य वीआईपी की सुरक्षा में कटौती कर दी गई थी। उनमें नेताओं में राणे भी शामिल थे। राज्य सकार ने राणे का वाय प्लस सुरक्षा में कटौती कर उन्हें वाय कैटेगरी सुरक्षा दी थी। लेकिन ऐसा लगता है कि राज्य द्वारा दी गई अपने नेताओं की सुरक्षा पर केंद्र को भरोसा नहीं है। इसलिए उसने राणे को वाय कैटेगरी सुरक्षा प्रदान कर उनका रुतबा बढ़ा दिया है।

किस व्यक्ति को कौन-सी सुरक्षा?
सिक्यूरिटी ब्लंकेट के अंतर्गत कैबिनेट मंत्री, मुख्यमंत्री, उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश तथा राजनीतिक पार्टियों के नेता, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को सरकार द्वारा सुरक्षा दी जाती है।

किस सुरक्षा एजेंसी द्वारा दी जाती है सुरक्षा?
एसपीजी( स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप), एनएसजी( नैशनल सिक्यूरिटी गार्ड्स), आईटीबीपी( इंडो तिब्तियन बॉर्डर पुलिस) सीआरपीएफ( सेंट्रल रिजर्व पोलिस फोर्स) एजेंसी द्वारा वीवीआईपी, वीआईपी, हाई प्रोफाइल सेलिब्रिटी और खिलाड़ियों को ये सुरक्षा दी जाती है।

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