Election 2024: उम्र 47-55 साल, फिर भी युवा? 2024 के चुनाव के ये हैं 10 स्टार प्रचारक

वर्तमान में ऐसे कई नेता हैं, जिनकी उम्र 50 के आसपास है लेकिन उन्हें युवा नेता कहा जाता है। देश में होने वाले सभी चुनावों में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

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आम तौर पर मनुष्य का जीवन बचपन, किशोरावस्था,युवावस्था, प्रौढ़ावस्था और वृद्धावस्था पांच भागों में बंटा होता है। इसमें जन्म लेने से 12 वर्ष तक बचपन, 13 से 17 वर्ष तक किशोर,18 से 29 वर्ष तक युवक, 30 से 50 वर्ष तक प्रौढ़ और उसके बाद के जीवन को वृद्धावस्था माना जाता है।

व्यक्तिगत संस्कार के लिए मनुष्य के जीवन को चार आश्रमों में बांटा गया है। ये चार आश्रम हैं, ब्रह्मचर्य,  गृहस्थ, वानप्रस्थ और संन्यास। वास्तव में पुरातन काल में मनुष्य की उम्र 100 वर्ष मानी जाती थी, हालांकि अब यह मात्र 75 वर्ष के आसपास रह गई है। इस हिसाब से ब्रह्मचर्य की उम्र जन्म से 25 वर्ष तक की मानी जाती है। इस उम्र में शिक्षा ग्रहण और जीवन यापन के लिए कला कौशल प्राप्त करने के साथ ही समाजिकता के बारे में ज्ञान अर्जित की जाती है। 25 वर्ष से लेकर 50 वर्ष तक की उम्र को गृहस्थ आश्रम माना जाता है।  इस आश्रम में शादी करने और परिवारिक सुख के साथ ही सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन किया जाता है। 50 से 75 वर्ष तक की उम्र तक के वानप्रस्थ-आश्रम में ब्रह्म-उपासना, एकान्त-सेवन, विद्याफल विचार आदि कार्य किए जाते हैं। 75 -100 वर्ष तक के संन्यास-आश्रम में परब्रह्म, मोक्ष, परमानन्द को प्राप्त किया जाता है।

आधुनिक युग में देश में वृद्ध होने की उम्र 60 वर्ष से ऊपर की मानी जाती है। इसी आधार पर सेवानिवृत्ति की उम्र भी निश्चित की गई है। देश में सरकारी और गैरसरकारी नौकरियों में सेवानिवृत्ति होने की उम्र 60 वर्ष के आसपास है। लेकिन राजनीति का चलन जरा हटकर है। राजनीति में 50 के आसपास के लोगों को भी युवा नेता कहा जाता है। वास्तव में राजनीति में 50 वर्ष के बाद ही महत्वपूर्ण पदों और जिम्मेदारियां सौंपी जाती हैं।

चुनावों में अहम भूमिका
वर्तमान में ऐसे कई नेता हैं, जिनकी उम्र 50 के आसपास है लेकिन उन्हें युवा नेता कहा जाता है। देश में होने वाले सभी चुनावों में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अपनी-अपनी पार्टियों को जीत दिलाने में इनका अहम रोल माना जाता है।2024 के आम चुनाव के लिए भी ये स्टार प्रचारक माने जा रहे हैं।

आइए, जानते हैं देश के ऐसे 10 नेताओं के बारे में 

योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ की उम्र 51 वर्ष है और देश के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। सीएम योगी भाजपा के उन नेताओं में से हैं, जिन्हें भावी प्रधानमंत्री के रूप में देखा जाता है। हिंदुत्व के मुखर समर्थक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खास माने जाने वाले सीएम योगी दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं। इससे पहले उन्हें पार्टी ने. मार्च 2017 में मुख्यमंत्री बनाया था। तब केशव प्रसाद मौर्या और मनोज सिन्हा सहित इस पद के कई दावेदार थे। लेकिन पार्टी ने इन पर भरोसा जताकर इस महत्वपूर्ण पद के लिए चुना। योगी ने पार्टी के विश्वास को बरकार रखा और यह साबित कर दिया कि पार्टी का वह चुनाव गलत नहीं था। यही कारण है कि 25 मार्च 2022 को एक बार फिर वे प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।

खास बातेंः

-सीएम योगी ने आपराधिक बैकग्राउंड वाले कई नेताओं पर सख्त कार्रवाई की। साथ ही भू माफियाओं और अन्य कुख्यात अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर उनकी कमर तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

-सीएम योगी ने अपने कार्यकाल में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू कर इतिहास रच दिया। इतने बड़े निर्णय के शांति पूर्ण समाधान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का काफी योगदान रहा।

-इसके साथ ही लव जिहाद जैसी घटनाओं को रोकने के लिए कानून बनाकर उन्होंने जिहादियों को कड़े संदेश दिये। यही कारण ही कि कभी गुंडे-बदमाशों और माफियाओं के प्रदेश के रूप में कुख्यात उत्तर प्रदेश अब तेजी से विकास की ओर अग्रसर है। प्रदेश के मुख्य शहरों का तेजी से विकास हो रहा है और लोगों को रोजगार के साधन उपलब्ध हो रहे हैं।

डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा
डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा भाजपा के फायर ब्रांड नेता माने जाते हैं। उनकी उम्र 54 वर्ष है और उन्हें भारतीय जनता पार्टी के भावी दिग्गज नेताओं में से एक माना जाता है। वर्तमान में वे असम जैसे डिस्टर्ब राज्य के मुख्यमंत्री हैं। अगस्त 2015 से पहले तक कांग्रेस नेता रहे डॉ. सरमा अब कांग्रेस के घोर विरोधी हैं। जब भी मौका मिलता है, वे कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना करने से नहीं चूकते। भाजपा में वे ऐसे रच-बस गए हैं, जैसे वे हमेशा से भाजपाई ही रहे हों।

2021 में बनाया गया मुख्यमंत्री
असम में हिंदू बहुसंख्यक हैं तो हैं लेकिन मुस्लिम आबादी भी काफी है। साथ ही ईसाई भी 3.74 प्रतिशत हैं। नवीनतम जनगणना के अनुसार, राज्य की 61.4 प्रतिशत आबादी हिंदू धर्म से है। मुस्लिम आबादी कुल 3.12 करोड़ में से 1.07 करोड़ (34.22 प्रतिशत) है। ईसाई आबादी कुल 3.12 करोड़ में से 11.66 लाख (3.74 प्रतिशत) है। इस परिस्थिति में भाजपा की सरकार बनना कोई आसान नहीं है। 10 मई 2021 को उन्हें असम का मुख्यमंत्री बनाया गया। उनसे पहले  सर्बदानंद सोनोवाल प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। फिलहाल उन्हें केंद्र में जगह दी गई है। लव जिहाद और बहु विवाह को रोकने के लिए प्रदेश में यूपी जैसा कोई सख्त कानून तो नहीं है लेकिन मुख्यमंत्री ने इसके लिए विधेयक लाने की घोषणा कर अपनी मंशा जता दी है।

अनुराग ठाकुर

 भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर वर्तमान में 49 वर्ष के हैं।वे हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के बेटे हैं। वे खेल, युवा मामलों के केंद्रीय मंत्री हैं। 31 मई 2019 से 7 जुलाई 2022तक वे वित्त और कार्पोरेट कार्य राज्य मंत्री थे। अनुराग भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष रह चुके हैं। उनको धर्मशाला स्टेडियम निर्माण का श्रेय जाता है। इसे दुनिया के सबसे सुंदर स्टेडियम में से एक माना जाता है।

भाजपा के होनहार नेता
अनुराग ठाकुर हमीरपुर लोकसभा चुनाव क्षेत्र से चौथी बार निर्वाचित हुए हैं। वे भाजपा के तेज तर्रार नेता माने जाते हैं। भविष्य में उन्हें पार्टी की और बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। चुनावों के दौरान वे काफी सक्रिय रहते हैं। इसके साथ ही वे साल भर काफी सक्रिय रहते हैं और पार्टी की योजनाओं तथा उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचाने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं।

स्मृति ईरानी
स्मृति मल्होत्रा का जन्म 23 मार्च 1976 को हुआ था। वे टीवी अभिनेत्री, राजनीतिज्ञ और मोदी सरकार में महिला व बाल विकास मंत्री हैं। उन्होंने गांधी परिवार का गढ़ माने जाने वाली लोकसभा सीट अमेठी से कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पराजित कर इतिहास रच दिया था। स्मृति ईरानी 2019 में केंद्र में मंत्री बनाई गईं। उन्होंने मई 2019 में सबसे कम उम्र(43) की कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लीं।

खास बातेंः
-स्मृति की शादी जुबिन ईरानी से हुई है। वे मॉडलिंग भी कर चुकी हैं। क्योंकि सास भी कभी बहू थी,में तुलसी की भूमिका निभाकर लोकप्रियता हासिल करने वाली स्मृति भाजपा की दूसरी कतार की प्रभावशाली नेता मानी जाती हैं।

-उन्होंने 1998 में मिस इंडिया प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, लेकिन सफलता नहीं मिलने पर टीवी जगत की ओर कदम बढ़ गईं।

-स्मृति ने 2003 में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली और दिल्ली के चांदनी चौक से चुनाव लड़ा हालांकि वे कांग्रेस उम्मीदवार कपिल सिब्बल से चुनाव हार गईं। उसके बाद 2014 में अमेठी से चुनाव लड़ीं लेकिन राहुल गांधी से चुनाव हार गईं। राज्य सभा की सदस्य होने के कारण भारत सरकार में उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्री बनाया गया।

-2019 में उन्होंने राहुल गांधी को परास्त कर कांग्रेस की गढ़ अमेठी में भगवा झंडा फहरा दिया।

देवेंद्र फडणवीस
देवेंद्र फडणवीस भाजपा के काफी सुलझे हुए और दूरदर्शी नेता माने जाते हैं। वे भाजपा के दूसरी कतार के तेज तर्रार और प्रभावशाली नेता हैं। वर्तमान में फडणवीस महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री हैं। वे  इससे पहले वे 31 अक्टूबर 2014 से 12 नवंबर 2019 तक प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री थे। वे 44 साल की उम्र में प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। तब उनकी उम्र 44 वर्ष थी। इतनी कम उम्र में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने वाले वे दूसरे नेता हैं। इनसे पहले 1978 में शरद पवार मात्र 37 साल की उम्र में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने थे।

1990 में शुरू किया राजनीतिक करियर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खास माने जाने वाले भाजपा नेता फडणवीस को भविष्य में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है। उन्होंने अपना करियर नगरसेवक के रूप में शुरू किया और वे 1997 से 2001 तक नागपुर के महापौर रह चुके हैं। आरएसएस कैडर के इस नेता के पिता गंगाधर फडणवीस भी राजनीतिज्ञ थे। देवेंद्र फडणवीस ने 1990 में राजनीति में अपना करियर शुरू किया। वे भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य रह चुके हैं।राहुल गांधी की

राहुल गांधी
राहुल राजीव गांधी का जन्म 19 जून 1970 को हुआ था यानि वे इस समय 53 वर्ष के हैं। वे केरल के वानयाड लोकसभा सीट से सांसद हैं। वे दिसंबर 2027 से जुलाई 2019 तक कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं। राहुल भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और कांग्रेस की 22 साल तक अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी के पुत्र हैं। उनका जन्म नई दिल्ली में हुआ।
वे 2004, 2009 और 2014 में अमेठी से लोकसभा सांसद रहे। हालांकि 2019 में वे भाजपा की स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए। वे कांग्रेस के स्टार प्रचारक हैं और राजनीति विरासत में मिली है। गांधी परिवार में जन्म लेने के कारण उन्हें युवराज कहा जाता है।

खास बातेंः
-वे भारत के पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के परपोते और फिरोज गांधी के पोते हैं। फिरोज गांधी गुजरात के पारसी थे। प्रियंका गांधी वड्रा उनकी छोटी बहन हैं। रॉबर्ट वड्रा उनके बहनोई है।

-कांग्रेस राहुल गांधी को भावी प्रधानमंत्री के रूप में पेश करती है। भाजपा उन्हें गंभीर राजनीतिज्ञ नहीं मानती और पर्यटक राजनीतिज्ञ बताकर तंज कसते रहती है। पार्टी की जरुरत के समय कई बार विदेश चले जाने के कारण भाजपा उन्हें हमेशा घेरते रहती है।

कुछ और युवा नेता
इनके आलावा समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव 50 वर्ष, कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वड्रा 51 वर्ष, सुप्रिया सुले 54 वर्ष और ठाकरे गुट के नेता तथा महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे 33 वर्ष भी राजनीति में युवा नेता माने जाते हैं। ये चेहरे भविष्य में देश की दिशा और दशा बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

महेश सिंह

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