Jharkhand: महागठबंधन को सता रहा है बीजेपी के खेला करने का डर, एहतियातन उठाया ये कदम

झारखंड में गठबंधन के विधायकों ने सीधे तौर पर कहा है कि उनके पास बहुमत है और उनकी सरकार बनेगी। झारखंड में सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता है।

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Jharkhand में महागठबंधन को अब अपने विधायकों के टूटने का डर(Fear of breakdown of MLAs) सताने लगा है। इसलिए महागठबंधन के विधायकों(Mahagathvandhan MLA) को 1 फरवरी को एहतियातन रांची सर्किट हाउस(Ranchi Circuit House) से कड़ी सुरक्षा(Tight security) में बस से रांची एयरपोर्ट(Ranchi Airport) लाया गया। जहां से उन्हें तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के लिए रवाना(Leave for Telangana capital Hyderabad) किया गया।

रांची एयरपोर्ट से चार्टर प्लेन के जरिए 38 विधायक हैदराबाद के लिए निकले। इससे पहले रांची के सर्किट हाउस से बस के जरिए गठबंधन दलों के विधायक रांची एयरपोर्ट पहुंचे। इनके पहुंचने से पहले एयरपोर्ट पर दो चार्टर प्लेन तैयार थे। हैदराबाद जाने वाले विधायकों में झामुमो, कांग्रेस, राजद व भाकपा माले के विधायक शामिल हैं। जानकारी के अनुसार हैदराबाद के बेगमपेट में विधायकों के ठहरने का इंतजाम किया गया है।

हैदराबाद के रामोजी सिटी स्थित रिजॉर्ट में ठहरेंगे विधायक
दो चार्टर विमान से गए सभी विधायक हैदराबाद के रामोजी सिटी स्थित रिजॉर्ट में ठहरेंगे। तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार है, इसलिए विधायक वहां सुरक्षित रहेंगे। यह फैसला तब लिया गया जब विधायक दल के प्रतिनिधियों के साथ चंपई सोरेन राज्यपाल सीपी राधाकृष्ण से मिलकर सर्किट हाउस लौटे। जानकारी के मुताबिक सभी विधायक हैदराबाद में तब तक रहेंगे, जब तक राज्य में सरकार का गठन नहीं हो जाता। सभी विधायक फ्लोर टेस्ट के समय ही रांची वापस लौटेंगे।

चंपई सोरेन ने राज्यपाल से की मुलाकात
रांची एयरपोर्ट पर गठबंधन के विधायकों ने कहा कि उनके पास बहुमत है। उनकी ही सरकार बनेगी। इससे पहले शाम 5:30 बजे विधायक दल के नेता चंपई सोरेन के साथ सत्तापक्ष के पांच विधायक राजभवन गए थे और राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की थी। चंपई सोरेन के नेतृत्व में आलमगीर आलम, सत्यानंद भोक्ता, विनोद सिंह और प्रदीप यादव राजभवन गये थे। मुलाकात कर 43 विधायकों के समर्थन की सूची सौंपी गई। चंपई सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया। उन्हें राज्यपाल से 2 फरवरी को मिलने लिए आश्वासन मिला है।

अभी तक राजभवन ने दिया है  समय
हालांकि राज्यपाल ने विचार करने का समय मांगा और गठबंधन के नेताओं को सूचित करने की बात कही है। इस स्थिति को देखते हुए गठबंधन के विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट किया जा रहा है। चंपई सोरेन ने राज्यपाल से मुलाकात कर निकलने के बाद कहा कि राज्यपाल ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जल्द ही उन्हें बुलाया जाएगा। हालांकि अभी राजभवन की ओर से समय नहीं दिया गया है।

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चेंपई सोरेन का दावा
लोबिन हेंब्रम, सीता सोरेन, चमरा लिंडा और रामदास सोरेन सर्किट हाउस में मौजूद नहीं है, लेकिन चंपई सोरेन के मुताबिक उन चारों विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है। लोबिन हेंब्रम ने टेलीफोनिक बातचीत में कहा कि वे क्षेत्र में हैं। शुक्रवार को रांची आएंगे।

हैदराबाद जाने वालों में ये विधायक भी शामिल
कटाक्ष करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि जहां मौसम साफ है, हम वहां जा रहे हैं। इधर, रांची एयरपोर्ट पर विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि सरकार बनाने का दावा पेश किया, लेकिन हमें आमंत्रण नहीं मिल रहा है। हैदराबाद जाने वालों में मिथिलेश कुमार ठाकुर, बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख, बैजनाथ राम, बसंत सोरेन समेत अन्य विधायकों के अलावा झामुमो के विनोद पांडेय शामिल हैं।

बहुमत होने का किया दावा
गठबंधन के विधायकों ने सीधे तौर पर कहा है कि उनके पास बहुमत है और उनकी सरकार बनेगी। झारखंड में सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता है। दूसरी तरफ दीपिका पांडेय सिंह ने राज्यपाल पर निशाना साधा और कहा कि हम कहां जा रहे हैं, इस सवाल से ज्यादा हम क्यों जा रहे हैं? ये पूछना जरूरी है। हम राज्यपाल के कारण हैदराबाद जा रहे हैं। हमारे पास बहुमत है। हम लोकतंत्र की हत्या होने नहीं देंगे। रांची एयरपोर्ट से इन्हें रवाना कर विधायक दल के नेता चंपई सोरेन और प्रदीप यादव वापस लौटे। सत्तापक्ष के वे पांच विधायक जो राजभवन गए थे, वे हैदराबाद नहीं गए हैं।

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