Uttarkashi Tunnel Accident: बस कुछ घंटे इंतजार करें, जल्द बाहर आएंगे मजदूर; टनल के बाहर कई सुविधाएं पूरी

विशेषज्ञों के अनुसार, अगर सब कुछ ठीक रहा तो अब से कुछ देर बाद मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा।

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उत्तरकाशी (Uttarkashi) सुरंग हादसे (Tunnel Accident) में फंसे 41 मजदूरों (Workers) को बचाने के लिए चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) अब आखिरी चरण में है। उम्मीद है कि गुरुवार (23 नवंबर) को सभी मजदूर सुरक्षित बाहर आ जायेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) तक इस रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) पर नजर बनाए हुए हैं।

बचाव कार्य में लगे विशेषज्ञों का कहना है कि अब सिर्फ दो पाइप बिछाना बाकी है। ये पाइप कल रात ही अंदर डाल दिए जाते लेकिन, मलबे में सरिया होने के कारण ड्रिलिंग मशीन का काम रोक दिया गया, जिसके बाद एनडीआरएफ के जवानों ने पाइप में घुसकर सरिया काटने का काम शुरू किया है। जानकारों के अनुसार, सबकुछ ठीक रहा तो कुछ देर बाद मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा। बाहर भी सारी तैयारियां हो चुकी हैं।

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मजदूरों में दिख रहा है उत्साह
सिल्कयारा सुरंग में फंसे मजदूरों को खाना देकर लौटे मजदूरों ने बताया कि सुरंग में फंसे मजदूरों को गैस कटर से धुआं भी निकलता दिख रहा था। मजदूरों ने बताया कि गैस कटर का धुंआ मिट्टी से निकल रहा था। एस्केप टनल के निर्माण के अंतिम चरण को लेकर श्रमिक काफी उत्साहित हैं।

हेलीपैड पर 41 एंबुलेंस तैनात
बस कुछ देर इंतजार करें और मजदूर टनल से बाहर निकलने लगेंगे… ये हम नहीं कह रहे, बल्कि टनल के पास हो रही तेज हलचल से ये अंदाजा लगाया जा रहा है। टनल के पास अधिकारियों की हलचल तेज हो गई है। फिलहाल हेलीपैड पर 41 एंबुलेंस तैनात की गई हैं। सभी एंबुलेंस में डॉक्टरों की एक टीम होती है। सूत्रों के अनुसार, यह रेस्क्यू मशीन एक से दो घंटे में पूरा कर लेगी, क्योंकि अर्थ ऑगर मशीन 45 मीटर तक ड्रिल कर चुकी है। सिर्फ 12 मीटर और ड्रिलिंग बाकी है। कुछ देर में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी भी मौके पर पहुंचने वाले हैं।

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