उत्तराखंड : मौसम विभाग ने तीन दिनों के लिए दी बड़ी चेतावनी, डेढ़ सौ से अधिक मार्ग बंद

मौसम विभाग ने एक बार फिर 13 जुलाई तक प्रदेश में भारी बारिश का आरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की इस भविष्यवाणी के बाद पर्वतीय क्षेत्रों और नदियों के किनारे रहने वाले लोगों की समस्याएं बढ़ती दिख रही हैं। मौसम विभाग ने भूस्खलन, सड़कें बंद होने, आकाशीय बिजली गिरने तथा नदियों का जल स्तर बढ़ने की संभावना जताई है।

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उत्तराखंड के लिए अगले चार दिन अभी और मुसीबत भरे हाे सकते हैं। भारी बारिश और इससे उपजी तबाही के कारण लोगों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने एक बार फिर 13 जुलाई तक प्रदेश में भारी बारिश का आरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की इस भविष्यवाणी के बाद पर्वतीय क्षेत्रों और नदियों के किनारे रहने वाले लोगों की समस्याएं बढ़ती दिख रही हैं। मौसम विभाग ने भूस्खलन, सड़कें बंद होने, आकाशीय बिजली गिरने तथा नदियों का जल स्तर बढ़ने की संभावना जताई है।

मौसम विभाग के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि मौसम की दुश्वारियों के करण आपदा प्रबंधन विभाग और जिला प्रशासन को सचेत रहने को कहा गया है। रविवार को हुई भारी बारिश के कारण अनेक क्षेत्रों में भूस्खलन हुआ है और लगभग डेढ़ सौ से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं। आज की भविष्यवाणी में मौसम विभाग ने कहा है कि सोमवार को कहीं कहीं भारी बारिश और गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने की संभावना है। उत्तरकाशी और देहरादून में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। इसी तरह 11 जुलाई को चमोली, टिहरी, देहरादून, पौड़ी, बागेश्वर, पिथौरागढ, अल्मोड़ा, चंपावत, ऊधमसिंहनगर, हरिद्वार में भारी बारिश होने की संभावना है। यही क्रम 12 जुलाई को भी बना रहेगा। 13 जुलाई को भी बारिश का क्रम जारी रहेगा, जिससे सचेत रहने की आवश्यकता है।

मौसम विभाग के निदेशक के अनुसार 13 और 14 जुलाई को मौसम का येलो अलर्ट जारी है। संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन, चट्टान गिरने के कारण सड़कों और राजमार्गों पर कटाव होगा। नालों और नदियों के जल स्तर में वृद्धि के साथ-साथ नालों के आस पास भूस्खलन संभावित है। नदी-नालों के समीप रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार रविवार को 18654 यात्रियों ने चारधाम की यात्रा की। इसमें से बद्रीनाथ 5583, हेमकुंड 1370, केदारनाथ 3566, गंगोत्री 5341, गोमुख 67, यमुनोत्री 2727 यात्रियों ने यात्रा की। जबकि क्रमिक रूप से यह संख्या 3467544 से अधिक पहुंच गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग 707 ए लखवाड़ बैंड के पास अवरुद्ध है जबकि इसी कड़ी में डेढ़ से अधिक मार्ग फिलहाल बंद हैं, जिन्हें खोलने का काम जारी है। नदियां खतरे के निशान के आसपास बह रही हैं। इसके कारण निचले क्षेत्रों में जल भराव की स्थिति है। भारी बारिश से स्थिति में और बदलाव आ सकता है।

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