देश में कोरोना को मात देने के लिए तेजी से कदम बढ़ाए जा रहे हैं। केन्द्र सरकार ने देशभर के लोगों तक कोविड-19 टीका पहुंचाने की पूरी तैयारी कर ली है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय कोविड-19 वैक्सीन को लोगों तक पहुंचाने के लिए तेजी से काम कर रहा है। पिछले कई महीनों से लगातार देशभर के विभिन्न राज्यों, केन्द्र शासित प्रदेशों और विभिन्न सहयगियों के साथ मिलकर यह सुनिश्चित कर रहा है कि कोविड-19 टीकाकरण को शुरू करने की तैयारी सही दिशा में आगे बढ़े।
कोरोना #vaccination के लिए पूरी तैयारी !
8 जनवरी यानि कल, देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में dry run किया जाएगा। इससे पहले हमने 4 राज्यों में dry run किया था।
उन चार राज्यों से मिले feedback के आधार पर हमने अपनी तैयारियों को और दुरुस्त किया है।@PMOIndia #COVID19 pic.twitter.com/narit3k1iC
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) January 7, 2021
700 से अधिक जिलों में तैयारियों का मॉक ड्रिल
टीकाकरण की वास्तविक तैयारियों का मॉक ड्रील करने के लिए 8 जनवरी को देशभर के विभिन्न राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के 700 से अधिक जिलों चलाया जाएगा। इसका उद्देश्य राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के सभी जिलों में वैक्सीन आपूर्ति के लिए कुशल योजना और प्रबंधन को सुनिश्चित करना है। पिछले ड्राई रन की तरह इस बार भी प्रत्येक जिले में तीन स्तरों पर टीकाकरण स्थान निर्धारित किए जाएंगे। इनमें सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं,जिला अस्पताल/मेडिकल कॉलेज, निजी स्वास्थ्य सेवाएं और ग्रामीण अथवा शहरी पहुंच वाले स्थान शामिल हैं।
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आत्मविश्वास बढ़ाने में मिलेगी मदद
जिलाधीश के नेतृत्व में टीकाकरण स्थल पर लाभार्थी पंजीकरण, माइक्रोप्लानिंग और टीकाकरण सहित संपूर्ण टीकाकरण अभियान की तैयारियों का परीक्षण किया जाएगा। ड्राई रन से राज्य, जिला, ब्लॉक और अस्पताल स्तर के अधिकारी भी कोविड-19 टीकाकरण शुरू करने के बारे में परिचित होंगे। यह गतिविधि प्रशासन को नियोजन, कार्यान्वयन और रिपोर्टिंग तकनीकी के बीच संबंधों को मजबूत करने, वास्तविक कार्यान्वयन से पहले किसी भी अनचाही चुनौती की पहचान करने और टीकाकरण अभियान के सुचारू क्रियान्वयन के लिए सभी स्तरों पर कार्यक्रम प्रबंधकों का आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद करेगी।
भारत की दो वैक्सीन- #Covishield और #Covaxin देश में उपलब्ध होने की स्थिति में आ गई है। हमारी कोशिश है कि इन वैक्सीन को हम पूरे देश में समयबद्ध तरीके से पहुंचा दें, ताकि इन वैक्सीन को पहले phase में लगाए जा रहे priority groups को लगाया जा सके।@PMOIndia #vaccination pic.twitter.com/qieGlr5jv8
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) January 7, 2021
चौबीसों घंटे काम करेगा कॉल सेंटर
संपूर्ण टीकाकरण प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा वैक्सीन के भंडार की वास्तविक जानकारी, उनके भंडारण के तापमान और कोविड-19 वैक्सीन के लिए लाभार्थियों के व्यक्तिगत आकलन के लिए एक सॉफ्टवेयर-कोविन विकसित किया गया है। यह सॉफ्टवेयर टीकाकरण सत्रों के संचालन में सभी स्तरों पर कार्यक्रम प्रबंधकों की सहायता करेगा। कोविन उपयोगकर्ताओं के तकनीकी प्रश्नों के लिए चौबीसों घंटे काम करने वाला एक कॉल सेंटर भी बनाया गया है। कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू करने के लिए सिरिंज और अन्य सामान की पर्याप्त आपूर्ति के साथ शीत भंडारण (जैसे वॉक-इन-फ्रीज़र्स, वॉक-इन-कूलर्स, आइस लाइंड रेफ्रिजरेटर्स, डीप फ्रीज़र्स) की बुनियादी व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है।
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3 लाख सदस्यों को प्रशिक्षित किया गया
टीकाकरण स्थल पर अपनाई जानी वाली प्रक्रिया का अनुपालन करने के लिए 1.7 लाख टीका लगाने वालों और टीकाकरण टीम के 3 लाख सदस्यों को प्रशिक्षित किया गया है। इसमें लाभार्थी का सत्यापन, टीकाकरण, शीत भंडार और लॉजिस्टिक प्रबंधन, जैविक अपशिष्ट प्रबंधन, एईएफआई प्रबंधन और को-विन सॉफ्टवेयर पर विभिन्न सूचनाओं की जानकारी देना शामिल हैं। कोविड-19 के विभिन्न पक्षों से संबद्ध विस्तृत परिचालन दिशानिर्देश (टीकाकरण नियोजन और प्रबंधन, टीकाकरण स्थल लेआउट और उसका संगठन, आईएफआई प्रबंधन, आईईसी संदेश, संक्रमण रोकथाम और नियंत्रण व्यवस्था आदि) राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के साझा किए जा चुके हैं। राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश दिशा-निर्देशों के अनुसार काम कर रहे हैं।
जल्द ही टीकाकरण शुरू होने की उम्मीद
भारत के दवा महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने हाल ही में दो कोविड टीकों को आपात स्थिति में इस्तेमाल करने की मंजूरी दी है और जल्द ही टीकाकरण शुरू होने की उम्मीद है। ऐसे में यह ज़रूरी है कि देशभर में टीकाकरण अभियान से जुड़ी सभी सुनियोजित प्रणालियों का कम से कम एक बार परीक्षण किया जाए।