महाराष्ट्र के कई जिलों में हो रही मूसलाधार बारिश से कोकण क्षेत्र में कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। रायगढ़ व सिंधुदूर्ग जिले में नदियों का पानी ग्रामीण तथा शहरीय इलाकों तक पहुंच गया है। सिंधुदूर्ग जिले के कुडाल में जलस्तर बढ़ने से 27 गांवों का संपर्क टूट गया है। प्रशासन ने अब तक 1500 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थल पर पहुंचाया है। कोंकण तथा मुंबई में एनडीआरएफ तथा एसडीआरएफ के जवान राहत तथा सुरक्षा के काम में लगे हैं।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे 5 जुलाई की सुबह मुख्य सचिव तथा जिलाधिकारियों को प्रभावित इलाकों में बारिश में फंसे लोगों तत्काल सुरक्षित स्थल पर पहुंचाने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि लोगों को मंदिर अथवा प्राथमिक स्कूलों में ठहराया जाए और उनके भोजन का इंतजाम किया जाए।
एनडीआरएफ की टीम तैनात
उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि एनडीआरएफ की 25 टीम जवान रायगढ़,रत्नागिरी तथा सिंधुदूर्ग में राहत तथा बचाव कार्य में लगी हैं। निजी बचाव दल भी इन इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थल पर पहुंचाने का काम कर रहे हैं। एजेंसियों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विज्ञान विभाग ने मुंबई, ठाणे, पालघर सहित कोंकण के 12 जिलों में रेड अलर्ट तथा राज्य के अन्य 24 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। 4 जुलाई से जारी मूसलाधार बारिश की वजह से रत्नागिरी जिले के राजापुर, लांजा, चिपलून, मंडनगढ़ और खेड़ इलाकों में निचले इलाके डूब गए हैं। मुंबई-गोवा हाइवे पर खेड़ में जगबुड़ी नदी का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है। यहां कालजी तथा वशिष्ठि नदी भी खतरे के निशान के करीब बह रही हैं। प्रशासन ने नदी किनारे रहने वालों को अलर्ट कर दिया है।
पंचगंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर
कोल्हापुर में पंचगंगा का जलस्तर काफी बढ़ गया है। एक रात में पंचगंगा का जलस्तर 7 फीट बढ़ गया है। मुंबई में 4 जुलाई से लगातार हो रही बारिश से निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। मुंबई के किंग सर्कल, धारावी, सायन सर्कल, गांधी मार्केट, लालबाग सहित मुंबई की कई सड़कों पर जलभराव हो गया है। महानगर में एनडीआरएफ की 5 टीमें तैनात की गई हैं। मुंबई नगर निगम कर्मी पंप लगाकर पानी निकासी का काम कर रहे हैं।