जानिये, कौन है मोहम्मद जुबैर, जिस पर कस गया दिल्ली पुलिस का शिकंजा?

देश-विदेश में इस तरह के माहौल पैदा करने के लिए कथित रूप से जिम्मेदार अल्ट न्यूज का सह संस्थापक मोहम्मद जुबैर फिलहाल सलाखों के पीछे पहुंच गया है।

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दिल्ली की पटियाला हाउस न्यायालय ने कथित पत्रकार और फैक्ट चेक से जुड़ी वेबसाइट ऑल्ट न्यूज के सह संस्थापक मोहम्मद जुबैर को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। जुबैर पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप है।

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पुलिस के अनुसार  जुबैर को 27 जून को पूछताछ के लिए बुलाया गया। पूछताछ के बाद 27 जून की शाम उसे गिरफ्तार कर लिया गया। रात को पटियाला हाउस कोर्ट के ड्यूटी मजिस्ट्रेट के बुराड़ी स्थित आवास पर पेश किया गया। फिलहाल उसे एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।

इन धाराओं के तहत मामला दर्ज
पुलिस ने जुबैर के खिलाफ आईपीसी की धारा-153 (ऐसे कृत्य जिससे माहौल बिगड़ने और उपद्रव होने की आशंका हो) और धारा-295 (किसी समाज द्वारा पवित्र मानी जाने वाली वस्तु का अपमान करना) के तहत मामला दर्ज किया है। जुबैर अपने दोस्त के साथ मिलकर अल्ट न्यूज वेबसाइट चलाता है। वह विभिन्न समाचार वेबसाइट द्वारा प्रकाशित खबरों को फैक्ट चेकिंग कर उनकी विश्वसनीयता खंगालने की कोशिश करने के नाम समाज में कथित रूप से जहर फैलाने का काम करता है।

किस पोस्ट पर हुई गिरफ्तारी
दिल्ली पुलिस की एफआईआर में लिखा गया है कि मोहम्मद जुबैर की पोस्ट काफी उकसाने और लोगों की भावनाओं को आहत करने वाली है। जुबैर ने 2018 में प्रसिद्ध फिल्ममेकर ऋषिकेश मुखर्जी की 1983 में रिलीज एक फिल्म ‘किसी से न कहना’ की एक क्लिप शेयर की थी। इसमें एक तस्वीर है, जिस पर एक होटल के बोर्ड का नाम हनुमान होटल लिखा गया है। उसके पेंट से ऐसा लगता है कि इस होटल का पहले का नाम हनीमून होटल था, जिसके स्थान पर हनुमान होटल लिख दिया गया हो। जुबैर ने इस क्लिप के कैप्शन लिखा था, ‘2014 से पहले हनीमून होटल, 2014 के बाद हनुमान होटल।’
ये है आरोप
फिलहाल मोहम्मद जुबैर के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है। यह एफआईआर दिल्ली पुलिस के उप निरीक्षक अरुण कुमार ने दर्ज कराई है। एफआईआर में लिखा गया है-‘यह पोस्ट मोहम्मद जुबैर ने जानबूझकर पोस्ट की, ताकि हिंदुओं की भावनाएं भड़के और देश का शांति सद्भाव बिगड़े।’

 

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि हुई खराब
बता दें कि मोहम्मद जुबैर ने निलंबित भाजपा नेता नुपूर शर्मा के वीडियो को भी एडिट कर पोस्ट की थी। उसके बाद देश-दुनिया में बड़ा बवाल हो गया था। भारत में कट्टरपंथियों ने नुपूर शर्मा के खिलाफ काफी बवाल काटा और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की। उस मामले से भारत की अंतररराष्ट्रीय स्तर पर छवि धूमिल हुई और भारत सरकार को माफी तक मांगनी पड़ी। इसका कारण यह था कि कतर और टर्की समेत कई मुस्लिम देश इसके विरोध में उतर आए थे। नुपूर शर्मा के इस बयान को पैगंबर का अपमान बताकर कट्टरपंथियों ने देश में भी माहौल खराब करने की कोशिश की।

पाकिस्तान के धर्मगुरु ने नुपुर शर्मा को बताया निर्दोष
यहां तक कि पाकिस्तान टीवी पर एक धर्मगुरु ने भी नुपूर शर्मा का बचाव किया था। उन्होंने कहा था कि नुपूर शर्मा ने इसलिए पैगंबर मोहम्मद पर यह बयान दिया क्योंकि सामने बैठा मुस्लिम व्यक्ति भी हिंदुओं की भावनाएं आहत करने वाली बातें कह रहा था।

देश-विदेश में इस तरह के माहौल पैदा करने के लिए कथित रूप से जिम्मेदार अल्ट न्यूज का सह संस्थापक मोहम्मद जुबैर फिलहाल सलाखों के पीछे पहुंच गया है। लोगों के पैसे से चैनल चलाने वाले कथित पत्रकार जुबेर की संपत्ति की भी जांच की भी जरुरत है।

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