खरगोन टैंकर हादसे में घायल चार और लोगों की मौत, मृतकों की संख्या 11 हुई!

खरगोन टैंकर हादसे में मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 11 हो गई है।

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जिले के भगवानपुरा थाना क्षेत्र में अंजनगांव के पास मोड़ पर गत दिनों हुए टैंकर हादसे में घायलों में से 30 अक्टूबर को चार और लोगों की मौत हो गई। इसके बाद हादसे में मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 11 हो गई।

अंजनगांव के सरपंच उमराव वास्कले और गांव के सहायक सचिव राहुल जायसवाल ने बताया कि हादसे में घायल चार लोगों की रविवार को इंदौर के एमवाय अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। मृतकों में रमेश पुत्र सुहान, मुन्नालाल पुत्र भावसिंह, राहुल कन्या, सपना गोरेलाल शामिल हैं। मृतकों के शवों को रविवार को ही गांव लाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर विधायक केदार डावर, पूर्व विधायक जमनासिंह, जनपद उपाण्यक्ष गणेश किराडे आदि ने पहुंचकर उन्हें श्रद्धाजंलि दी।

उल्लेखनीय है कि ग्राम अंजनगांव के पास मोड़ पर गत 26 अक्टूबर को पेट्रोल-डीजल से भरा टैंकर पलट गया था। यहां ग्रामीण पेट्रोल-डीजल लूटने पहुंचे थे, तभी टैंकर में अचानक विस्फोट हो गया था। इस हादसे में मौके पर ही एक 20 वर्षीय युवती जिंदा जल गई थी। हादसा इतना भयानक था कि युवती जलकर कंकाल बन गई थी, जबकि हादसे में 21 लोग बुरी तरह झुलस गए थे। गंभीर रूप से 17 घायलों को इंदौर के एमवाय अस्पताल में उपचार चल रहा था, लेकिन यहां घायलों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है। रविवार को भी चार घायलों ने दम तोड़ दिया। इसके बाद हादसे में मरने वालों की कुल संख्या 11 पहुंच गई है। हादसे में प्रभावित लोगों के परिवार को ढांढस बंधाने के लिए कलेक्टर, एसपी सहित जिला प्रशासन के आला अधिकारी घटनास्थल और गांव में पहुंचे। रविवार सुबह कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और एसपी धर्मवीर सिंह ने शोक संतप्त में डूबे स्वजन से मिलकर ढांढस बंधाया।

उन्होंने कहा कि स्वजन और ग्रामीण तो दुखी हैं ही, प्रशासन भी पीड़ा में है। जो चले गए हैं, उनकी क्षतिपूर्ति तो कोई नहीं कर सकता, लेकिन प्रशासन परिवारों को बिखरने नहीं देगा। परिवार में जितनी पालकों और बेटों ने व्यवस्था रखी थी, उतनी ही व्यवस्था प्रशासन भी सुनिश्चित करेगा। कलेक्टर ने प्रभावित परिवारों से कहा कि अगले सात दिनों में शासन की योजनाओं से तो सहायता करेंगे, साथ ही प्रशासन कोशिश में है कि आगे और क्या कुछ किया जा सकता है? आगे बच्चों की जिंदगी बिना कष्ट के बीते, यह हम सुनिश्चित करेंगे। एसपी धर्मवीर सिंह ने कहा कि पूरा प्रशासन आप लोगों की मदद के लिए सारे प्रयास कर रहा है, न सिर्फ सहायता राशि के द्वारा बल्कि आगे लिए भी बेहतर करने के प्रयास जारी है।

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कलेक्टर कुमार ने गांव के सरपंच उमराव वास्कले से कहा कि सहायता राशि की चिंता नहीं करें। आपको अब आगे किस तरह प्रभावित परिवारों की जिंदगी बेहतर की जा सकती है, हर एक स्वजन से मिलकर योजना बनाएं। चाहे वो शिक्षा के लिए हो रोजगार के लिए हो या अन्य किसी तरह से मदद करनी हो, प्रशासन पीछे नहीं हटेगा। कलेक्टर ने कहा कि किसी भी स्वजन को सहायता राशि प्राप्त करने के लिए किसी कार्यालय या खरगोन नहीं आना पड़ेगा। प्रशासन अपना कार्य सुनिश्चित करेगा। एसडीएम ओमनारायण सिंह और जनपद सीईओ आरिफ खान इसी कार्य में लगे हैं। संबंधित विभागों के अधिकारियों के नंबर भी स्वजन को दिए गए हैं।

प्रभावित परिजनों में मृतक परिवार के वैध वारिसों को जनपद सीईओ आरिफ खान ने 10-10 हजार रुपये की अंत्येष्टि सहायता राशि प्रदान की। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ ज्योति शर्मा, एसडीएम ओमनारायण सिंह, तहसीलदार मुकेश मचार, जनपद सीईओ आरिफ खान, जनजाति कार्य विभाग के सहायक आयुक्त नीलेश रघुवंशी, बीएमओ सीडीपीओ और पुलिस विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

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