जयंत पाटील से ईडी की पूछताछ, एनसीपी कार्यकर्ताओं का उग्र विरोध प्रदर्शन

ईडी आईएल और एफएस कंपनियों के लेन-देन की जांच कर रहा है। दिवालिया घोषित किए जाने के बावजूद कंपनी में बड़े पैमाने पर वित्तीय गबन के आरोपों के बाद यह जांच की जा रही है।

170

राष्ट्रवादी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ईडी कार्यालय पहुंच गए हैं और एजेंसी के अधिकारियों ने उनसे पूछताछ शुरू कर दी है। इस बीच एनसीपी कार्यकर्ताओं ने ईडी के कार्यालय के साथ ही महाराष्ट्र के अन्य स्थानों पर भी विरोध प्रदर्श शुरू किया है। वे ईडी की कार्रवाई और केंद्र की भाजपा सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं और जोरदार नारेबाजी कर रहे हैं।

बता दें कि इन्फ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज (IL&FS) से संबंधित कथित कदाचार की ईडी जांच कर रही है। यह पूछताछ IL&FS ग्रुप के कोहिनूर CTNL में इक्विटी निवेश से जुड़ी है। दूसरे समन के बाद जयंत पाटील ईडी के अधिकारियों के सामने पूछताछ के लिए पेश हुए हैं।

एनसीपी कार्यकर्ता आक्रामक
इस बीच ईडी द्वारा पूछताछ के लिए समन जारी किए जाने के बाद एनसीपी कार्यकर्ता काफी आक्रामक हो गए हैं। कार्यकर्ताओं ने ईडी के खिलाफ बैनर लगाया है। मुंबई में एनसीपी ऑफिस के बाहर जमकर नारेबाजी की जा रही है। ईडी की कार्रवाई का विरोध करने के लिए सांगली जिले से एनसीपी कार्यकर्ता मुंबई पहुंचे हैं।। जबकि अन्य कार्यकर्ता सांगली के इस्लामपुर में ईडी और बीजेपी के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं।

जी-20 की बैठक का आगाज! जानिये, जमीन से आसमान तक कैसा है सुरक्षा प्रबंध

ये है मामला
ईडी आईएल और एफएस कंपनियों के लेन-देन की जांच कर रहा है। कंपनी द्वारा दिवालिया घोषित किए जाने के बावजूद कंपनी में बड़े पैमाने पर वित्तीय गबन के आरोपों के बाद जांच की जा रही है। IL & FS ने 2018 में खुद को दिवालिया घोषित कर दिया था। ईडी का आरोप है कि आईएल एंड एफएस कंपनी ने करोड़ों रुपये की हेराफेरी की है और संदिग्ध कर्ज बांटे हैं। ईडी ने इस मामले में कंपनी के दो पूर्व लेखाकारों और उनके सहायकों से संबंधित स्थानों पर पूछताछ की है। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा 2019 में दर्ज मामलों के आधार पर ये जांच शुरू की गई है। अगस्त 2019 में मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे से भी ईडी ने इस मामले में पूछताछ की थी। 2005 में, राज ठाकरे, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी के बेटे उन्मेश और बिल्डर राजन शिरोडकर ने कोहिनूर मिल 3 और कोहिनूर सीटीएनएल की स्थापना की थी। लेकिन राज ठाकरे इस प्रोजेक्ट से बाहर हो गए थे। ईडी को आईएल एंड एफएस द्वारा विभिन्न कंपनियों और संस्थानों को दिए गए कर्ज को लेकर संदेह है।

जांच में कई हस्तियों के सामने आए नाम
वहीं ईडी ने अरुण कुमार साहा को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। इस जांच के बाद इसमें कई बड़े लोगों के नाम भी सामने आए थे। इसमें जयंत पाटील का भी नाम था। ईडी ने आरोप लगाया है कि आईएल एंड एफएस मामले में शामिल कंपनियों ने जयंत पाटील से जुड़े कुछ संस्थाओं को कमीशन दिया। इसलिए ईडी अब इनकी जांच करना चाहता है। लेकिन जयंत पाटील ने कहा है कि उनका इस कंपनी से कोई संबंध नहीं है

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.