पाकिस्तान में हिंदू मंदिरों पर हमला जारी है। प्रधानमंत्री इमरान खान के तमाम दावों के बीच मुस्लिम कट्टरपंथियों ने एक और हिंदू मंदिर पर हमला किया है। सिंध प्रांत के थार पार्कर जिले में यह शर्मनाक घटना घटी है। यहां खत्री मोहल्ले में हिंगलाज माता मंदिर में तोड़फोड़ की गई है।
सिंध प्रांत के थार पार्कर जिले के खत्री मोहल्ले में मुस्लिम कट्टरपंथियों ने देवी-देवताओं की मूर्तियों के नुकसान पहुंचाने के साथ ही मंदिर में तोड़फोड़ की है। पाकिस्तान में पिछले दो साल में हिंदू मंदिरों पर यह 11वां हमला है।
#Pak radicals destroy Hinglaj Mata Mandir in Sindh province
Pakistan Islamist radicals on Sunday demolished Hinglaj Mata Mandir, located in Khatri Mohalla, Teh Mithi, Tharparker district of Sindh province.
This is the 11th attack on Hindu shrines in the past 22 months pic.twitter.com/pKP3sYEpmm
— Andreas Mountzouroulias 🇬🇷 (@andreasmoun) January 25, 2022
सरकार और कानून से भी नहीं डरते कट्टरपंथी
हिंगलाज माता मंदिर में की गई तोड़फोड़ को लेकर हिंदू मंदिर प्रबंधन के अध्यक्ष कृशेन शर्मा ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा है कि कट्टरपंथी इमरान सरकार और पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय से भी नहीं डरते। इस बीच पाकिस्तान के हिंदुओं ने मंदिरों में तोड़फोड़ और हमले के विरोध में मोर्चा निकाला और दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की।
सरकार के दावे में दम नहीं
बता दें कि पाकिस्तान के मुस्लिम कट्टरपंथी हमेशा हिंदू मंदिरों को निशाना बनाते रहते हैं। हालांकि इमरान सरकार अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के बड़े-बड़े दावे करती है।
Krishen Sharma, President, Pakistan Hindu Mandir Management reached the spot and in interaction with media told them that Islamist radicals are not even afraid of Pakistan Supreme Court and the Pakistani Government.
— Andreas Mountzouroulias 🇬🇷 (@andreasmoun) January 25, 2022
कराची में भी की गई थी तोड़फोड़
इससे पहले दिसंबर 2020 में भी कराची जैसे शहर में एक हिंदू मंदिर पर हमला किया गया था। इस हमले में तोड़फोड़ के साथ ही देवी दुर्गा की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया था। कराची में बड़ी संख्या में हिंदू रहते हैं। इस घटना के बाद इमरान सरकार की कड़ी आलोचना हुई थी।
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खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुआ था हमला
इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं घटती रही हैं। 2020 दिसंबर में ही खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के करक जिले में मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पाकिस्तान की इमरान सरकार की जमकर आलोचना हुई थी। इसके बावजूद वहां अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों का उल्लंघन आम बात है।