ईंधन पर डबल अटैक!… जानिये कैसे?

मार्केटिंग कंपनियों ने 14.2 किलोग्राम गैस सिलेंडर के दाम 25 रुपए बढ़ा दिए हैं।

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एलपीजी गैस सिलेंडर का दाम 25 रुपए बढ़ गया है। मार्केटिंग कंपनियों ने 14.2 किलोग्राम गैस सिलेंडर के दाम 25 रुपए बढ़ा दिए हैं। वर्तमान में सब्सिडी वाले रसोई गैस दिल्ली में प्रति सिलेंडर 719 रुपए में मिल रहा है, जबकि कॉमर्शिल सिलेंडर के दाम 6 रुपए कम हुए हैं। दूसरी ओर ईंधन यानी पेट्रोल-डीजल के दाम भी देश में आसमान पर हैं।

कंपनियों ने दिसंबर 2020 में रसोई गैस यानी एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में दो बार बढ़ोतरी की थी। इस वजह से सिलेंडर के दाम 100 रुपए बढ़ गए थे। हालांकि जनवरी 2021 में तेल कंपनियों एचपीसीएल, बीपीसीएल, आईओसी ने बिना सब्सिडी वाले गैस 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की कीमत में कोई बढ़ोतरी नहीं की और दाम 694 रुपए स्थिर रखा।

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देश के इन महानगरों में एलपीजी सिलेंडर के दाम

  • देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 19 किलो वाले एलपीजी रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 1482 रुपए और 14.2 किलोग्राम रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 719 रुपए है।
  • देश की राजधानी दिल्ली में 19 किलो वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 1,533 रुपए है, जबकि 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की कीमत 25 रुपए बढ़ने के बाद 719 रुपए हो गई।
  • कोलकाता में 19 किलो वाले एलपीजी रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 1,604 रुपए और घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत 745.50 रुपए है।
  • चेन्नई में 19 किलो वाले एलपीजी रसोई गैल सिलेंडर की कीमत 1,649 रुपए हो गई है, जबकि 14.2 किलोग्राम वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 735 रुपए है।पेट्रोल-डीजल के दाम भी आसमान पर
    रसोई गैस के साथ ही देश में पेट्रोल और डीजल के दामों में भी वृद्धि जारी है। 4 फरवरी को देश में पेट्रोल के दाम नई ऊंचाई पर पहुंच गए। इस दिन पेट्रोल और डीजल के भाव में 35-35 पैसे की वृद्धि दर्ज की गई। इसके बाद दिल्ली में पेट्रोल 86.65 रुपए और डीजल के दाम 76.83 रुपए प्रति लीटर हो गए।

मुंबई में पेट्रोल के दाम 93.20 रुपए और डीजल के 83.67 रुपए प्रति लीटर हो गए हैं। वहीं कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 88.01 रुपए और डीजल की कीमत 80.41 रुपए है। चेन्नई में पेट्रोल 89.13 रुपए और डीजल 82.04 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है। बता दें कि हर दिन सुबह पेट्रोल और डीजल के दाम तय किए जाते हैं।

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दाम बढ़ने के क्या हैं कारण?
मौजूदा मूल्य वृद्धि मुख्य रुप से पेट्रोल और डीजल के केंद्रीय करों में और कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि के कारण है। वित्त वर्ष 2021-22 के बजट में पेट्रोल पर प्रति लीटर 25 रुपए और डीजल पर प्रति लीटर 4 रुपए का एग्री इनफ्रा सेस लागू करने का प्रस्ताव रखा गया है। हालांकि सरकार ने स्पष्ट किया है कि इससे जनता की जेब पर कोई असर नहीं पड़ेगा और न ही इससे पेट्रोल व डीजल के दामों में बढोतरी होगी।

ऐसे तय किए जाते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
डीलर को आपूर्ति होनेवाला भाव (बेस प्राइस), एक्साइज( केंद्र सरकार का हिस्सा), डीलर का कमीशन, वैट( राज्य सरकार का हिस्सा)। इन सबको मिलाकर खुदरा बिक्री मूल्य तय किया जाता है।

क्या है ईंधन का बेस प्राइस?
तेल के बेस प्राइस में कच्चे तेल की कीमत, प्रोसेसिंग चार्ज और कच्चे तेल को रीफाइन करने वाली रिफाइनरियों का चार्ज शामिल होता है।

खास बात
बता दें कि अब तक ईंधन को जीएसटी में शामिल नहीं किया गया है। इस वजह से इस पर एक्साइज ड्यूटी भी लगती है और वैट भी। केंद्र सरकर पेट्रोल की बिक्री पर एक्साइज ड्यूटी वसूलती है ,जबकि राज्य सरकारें वैट वसूलती हैं।

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