मुंबई के 5 बिल्डर चढ़े पुलिस की अपराध शाखा के हत्थे! जानिये, क्या हैं आरोप

बिल्डरों ने आवास खरीदने वालों से करोड़ों रुपये की ठगी की। मामले की गहन छानबीन आर्थिक अपराध शाखा कर रही है।

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मुंबई में फ्लैट की बिक्री में जालसाजी करने वाले 5 बिल्डरों को तीन अलग-अलग मामलों में पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। इन बिल्डरों ने आवास खरीदने वालों से करोड़ों रुपये की ठगी की है। मामले की गहन छानबीन आर्थिक अपराध शाखा कर रही है।

ये हैं चार मामले
-पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के सूत्रों के अनुसार, रमाकांत रामचंद्र जाधव और उनके शिवालिक वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड को आरोपित बिल्डर मंगेश तुकाराम सावंत (60) ने जनवरी 2008 से अप्रैल 2008 के बीच पवई परियोजना में 15 करोड़ रुपये निवेश करने के लिए मजबूर किया था। इसके बाद अब तक निवेशकों को आवास नहीं मिल सका है। इसी वजह से रमाकांत रामचंद्र जाधव की शिकायत पर बिल्डर मंगेश तुकाराम सावंत को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

-इसी तरह दूसरे मामले में शिकायतकर्ता अनिल हल्दनकर ने मेसर्स राज आर्केड एंड एनवेलपर्स प्रा. लिमिटेड से 14 फरवरी 2019 को राज शिवगंगा सोसायटी में फ्लैट नंबर 206 को कानूनी रूप से पंजीकृत कर 76 लाख रुपये में खरीदा था। इस मामले की शिकायत अनिल हल्दनकर ने चारकोप पुलिस स्टेशन में की थी। इसके बाद अनिल हल्दनकर ने उच्च न्यायालय में बिल्डर के विरुद्ध याचिका दाखिल की थी। उच्च न्यायालय ने मामले की छानबीन आर्थिक अपराध विभाग को सौंप दी थी। मामले की छानबीन में पता चला कि आरोपित ने अनिल हल्दनकर को फ्लैट बेचने से पहले ही वह फ्लैट किसी अन्य को बेच दिया था और उस फ्लैट पर कर्ज भी लिया था। इस मामले में पुलिस ने आरोपित राजेश दामजी सावला (53), अश्विन मधुसूदन मिस्त्री (59) और जयेश व्रजलाल रामी (63) को गिरफ्तार किया है।

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पांचवां मामला
-इसी तरह शिकायतकर्ता हरनीत सिंह अरविंद पाल सिंह गांधी और 29 अन्य फ्लैट खरीदने वालों ने 10 साल पहले ओशिवारा और अंधेरी हाउसिंग प्रोजेक्ट ‘गौरव लीजेंड’ में आरोपित बिल्डर जयेश ठोकरसी शाह (59) से फ्लैट खरीदे थे। इसके बदले में खरीदारों ने बिल्डर जयेश शाह को 12 करोड़ 14 लाख 66 हजार 536 रुपये दिए थे, लेकिन बिल्डर शाह ने अब तक प्रोजेक्ट पूरा नहीं किया, जिससे इन सभी को अब तक आवास नहीं मिल सका। इस मामले में 100 से ज्यादा फ्लैट खरीदारों के ठगे जाने की आशंका है।

-मामला दर्ज होने बाद आरोपित बिल्डर फरार हो गया था। पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने जयेश शाह को 17 जून को गिरफ्तार किया और कोर्ट ने उसे 27 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। शाह के खिलाफ धोखाधड़ी के 10 मामले दर्ज किए गए हैं। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने जालसाजी करने वाले बिल्डरों से परेशान लोगों को संपर्क करने की अपील की है।

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