Manas Mandir Varanasi: अद्भुत है वाराणसी का तुलसी मानस मंदिर, जानिए इतिहास

वाराणसी में एक और प्रसिद्ध पवित्र स्थल जो शहर के तीर्थयात्रा सर्किट को पूरा करता है वह है तुलसी मानस मंदिर। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से लगभग 1.5 किमी की दूरी पर स्थित, तुलसी मानस मंदिर वाराणसी में शीर्ष धार्मिक स्थानों में गिना जाता है।

432

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh,) के वाराणसी (Varanasi) में स्थित मानस मंदिर (Manas Mandir) देश विदेश में प्रसिद्ध है। यह मंदिर आध्यात्मिक (Spiritual) और ऐतिहासिक (Historical) दृष्टि से महत्वपूर्ण है। मानस मंदिर की स्थापना भगवान राम (Lord Ram) के भक्त संत तुलसीदास (Saint Tulsidas) के उपकार से हुई थी और यहाँ पर रामायण की कथा के अनुसार भगवान राम की पूजा और आराधना की जाती है। मानस मंदिर वाराणसी के निकट स्थित है और यहाँ पर हर साल बड़े धूमधाम से रामनवमी का त्योहार मनाया जाता है।

वाराणसी में एक और प्रसिद्ध पवित्र स्थल जो शहर के तीर्थयात्रा सर्किट को पूरा करता है वह है तुलसी मानस मंदिर। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से लगभग 1.5 किमी की दूरी पर स्थित, तुलसी मानस मंदिर वाराणसी में शीर्ष धार्मिक स्थानों में गिना जाता है। भगवान राम को समर्पित इस मंदिर का निर्माण बनारस के सुरेका परिवार द्वारा किया गया था। मंदिर की पूरी संरचना सफेद संगमरमर से बनी है और इसमें सुंदर वास्तुकला है। वाराणसी के इस प्रसिद्ध हिंदू मंदिर की वास्तुकला में एक अनोखा आकर्षण जोड़ता है आकर्षक उद्यान।

यह भी पढ़ें- Chardham Yatra: अब श्रद्धालु धामों में 200 मीटर परिधि में नहीं ले जा सकेंगे मोबाइल

मंदिर के अंदर भगवान राम, उनके भाई लक्ष्मण और पत्नी सीता की मूर्तियां स्थापित की गई हैं। मंदिर के अंदर भगवान हनुमान की छवि भी देखी जा सकती है। मंदिर का मुख्य आकर्षण एक दीवार है जिस पर हिंदू महाकाव्य, रामायण के विभिन्न दृश्यों को खूबसूरती से चित्रित किया गया है। तीर्थयात्रा के अलावा, मंदिर यात्रियों को एक संग्रहालय के माध्यम से जानकारीपूर्ण अनुभव प्राप्त करने की भी अनुमति देता है। प्रदर्शनियों की एक श्रृंखला के साथ, संग्रहालय यात्रियों को हिंदू महाकाव्य रामायण के बारे में जानने का मौका देता है।

स्थान का पता
संकट मोचन रोड, दुर्गाकुंड रोड, जालान के पास, वाराणसी, 221005, उत्तर प्रदेश।

मानस मंदिर की विशेषता क्या है?
मानस मंदिर की विशेषता भारतीय संत और कवि तुलसीदास के भक्तिभाव से जुड़ी हुई है। इस मंदिर का निर्माण तुलसीदास के समर्पण और उनकी भक्ति के परिणामस्वरूप हुआ था।

मानस मंदिर भगवान राम के भक्ति और पूजा को समर्पित है। यहां पर भगवान राम की पूजा-अर्चना की जाती है और भक्तों को धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है।

देखें यह वीडियो- 

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.