कोविड से अधिक प्रभावित रहे ये सात राज्य, भारत के रजिस्ट्रार जनरल का प्रमाणित मृत्यु डेटा

1,60,618 कोविड से हुई मौतों में से 1,38,713 मौतों में वायरस की पहचान की गई थी, जबकि 21,905 मामलों में इसकी पुष्टि नहीं हुई थी।

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रजिस्ट्रार के कार्यालय द्वारा जारी मेडिकल सर्टिफिकेशन ऑफ कॉज ऑफ डेथ -2020 की रिपोर्ट के अनुसार, कोविड -19 बीमारी ने 2020 में 1,60,618 मौतों का दावा किया है और देश में कुल 18.11 लाख चिकित्सकीय प्रमाणित मौतों में से 8.9 प्रतिशत के लिए जिम्मेदार है।

सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले कौन-से राज्य?
कोविड -19 2020 में राष्ट्रीय स्तर पर चिकित्सकीय रूप से प्रमाणित मौतों का चौथा सबसे बड़ा कारण था, सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले ये सात राज्यों में महाराष्ट्र (17.7 प्रतिशत), मणिपुर (15.7 प्रतिशत), उत्तर प्रदेश (15 प्रतिशत), हिमाचल प्रदेश में दूसरा सबसे बड़ा कारण था। (13.5 फीसदी), आंध्र प्रदेश (12 फीसदी), पंजाब (11.9 फीसदी) और झारखंड (7.6 फीसदी)।

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कोविड -19 के आंकड़े
2020 में रिपोर्ट की गई 1,60,618 की चिकित्सकीय रूप से प्रमाणित कोविड मृत्यु का आंकड़ा आधिकारिक तौर पर घोषित केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की 2020 में 1,48,994 की कोविड -19 मृत्यु संख्या से अधिक है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 25 मई, 2022 तक महामारी की शुरुआत के बाद से, भारत ने 5,24,507 कोविड -19 के आंकड़े दर्ज किए।

1,60,618 कोविड मौतों में से 1,38,713 मौतों में वायरस की पहचान की गई थी, जबकि 21,905 मामलों में इसकी पुष्टि नहीं हुई थी।

सबसे ज्यादा मृत्यु होने वाले राज्य?
2020 में, महाराष्ट्र (61,212) में सबसे अधिक कोविड -19 से मृत्यु हुई, इसके बाद उत्तर प्रदेश (16,489), कर्नाटक (15,476), आंध्र प्रदेश (12,193) और दिल्ली (8,744) थे। ये दर्शाता है कि केवल एक राज्य-अरुणाचल प्रदेश और एक केंद्र शासित प्रदेश-लक्षद्वीप ने 2020 के दौरान किसी भी चिकित्सकीय रूप से प्रमाणित कोविड की मृत्यु की सूचना नहीं दी है।

रिपोर्ट के मुताबिक, ‘संचार प्रणाली की बीमारी’ राष्ट्रीय स्तर पर मृत्यु का एकमात्र सबसे बड़ा कारण था, जो चिकित्सकीय रूप से प्रमाणित सभी मौतों का 32.1 प्रतिशत था।

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