उच्च न्यायालय ने क्यों कहा चुनाव आयोग के अधिकारियों पर दर्ज हो हत्या का मामला? पढ़ें खबर

पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव और स्थानीय निकाय के चुनावों के बाद बढ़े कोविड 19 संक्रमण के बाद उच्च न्यायालय के निशाने पर चुनाव आयोग है। देश में प्रतिदिन साढ़े तीन लाख से अधिक संक्रमित सामने आ रहे हैं। इसके कारण परिस्थिति गंभीर है। देश में ओषधि, ऑक्सीजन और अस्पताल में बिस्तर मिलना कठिन हो गया है।

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मद्रास उच्च न्यायालय के निशाने पर चुनाव आयोग आ गया। न्यायालय ने टिप्पणी की है कि कोविड 19 की दूसरी लहर के लिए पूर्ण रूप से चुनाव आयोग जिम्मेदारी है। इसके लिए मद्रास उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ने चुनाव आयोग के अधिकारियों पर हत्या का प्रकरण पंजीकृत करने की टिप्पण की।

मद्रास उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश संजीब बैनर्जी ने चुनाव आयोग के अधिवक्ता से कहा कि, आपका संस्थान प्राथमिक रूप से कोविड 19 की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार है। न्यायालय ने अपने निरिक्षण में पाया कि चुनाव आयोग कोविड 19 के दिशा निर्देश का पालन करने में असफल रहा है। चुनाव प्रचार में फेस मास्क पहनना, सोशियल डिस्टेसिंग, सैनिटाइजिंग का ध्यान नहीं रखा गया है।

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तो रोक देंगे मतगणना
उच्च न्यायालय ने तमिलनाडु के मुख्य चुनाव आयोग अधिकारी से ब्लू प्रिंट पेश करने को कहा है। जिसमें चुनाव आयोग आगे मतदान और मतगणना के दौरान कैसे कोविड 19 दिशानिर्देशों का पालन कराएगा इसकी जानकारी दी जाए। न्यायालय ने अपनी सुनवाई में कहा कि यदि 30 अप्रैल तक मतगणना के दौरान कोविड 19 के दिशानिर्देशों का ब्लू प्रिंट पेश नहीं किया जाता तो वह मतगणना पर रोक लगा सकता है।

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