अमेरिका में इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काऊंसिल भारत के विरुद्ध बड़े षड्यंत्र की तैयारी में है। इसके लिए चंदा इकट्ठा करने के लिए एक कार्यक्रम हो रहा है, जिसमें भारत की ओर से पत्रकार समेत कुछ लोग हिस्सा ले रहे हैं। आईएएमसी हिंदू विरोधी संगठन है, जो इस्लामी आतंक के समर्थक संगठनों के साथ मिलकर कार्य करता है।
अमेरिका से भारत विरोधी गतिविधियों का संचालन हो रहा है। खालिस्तान के नाम की बांग देनेवाला गुरपतवंत सिंह पन्नू न्यूयॉर्क में बैठकर भारत विरोधी गतिविधियों का संचालन कर रहा है, तो दूसरी ओर इस्लामी संगठन आईएएमसी, आईएसएनए समेत विभिन्न आतंकी संगठन हैं जिन्हें, इस्लामोफोबिया के नाम पर हिंदूफोबिया है और वे भारत में सामाजिक सामंजस्य समाप्त करने के प्रयत्न में हैं।
चंदे के धंधे से इस्लामी षड्यंत्र
इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काऊंसिल ने मेसाचुसेट्स में एक रात्रि भोज का आयोजन किया है। इसमें भारत से आरफा खानम सम्मिलित हो रही हैं। इसका उद्देश्य है भारत के विरुद्ध लॉबिंग करके अमेरिका द्वारा आर्थिक प्रतिबंध लगवाना और भारत में प्रतिबंधित हो चुके स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) और पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) जैसे संगठनों को बढ़ावा देना, वित्त पोषण करना।
सूत्रों के अनुसार वर्तमान में आईएमएसी भारत के तथाकथित प्रोपेगेंडा वेबसाइट द वायर और उससे संबद्ध पत्रकार आरफा खानम जैसे लोगों से मिलकर किसी बड़ी षड्यंत्र को रचने के प्रयत्न में है। इसकी पुष्टि भी आईएएमसी की वेबसाइट से हो रही है। इस षड्यंत्र में भारतीय सेना के विरुद्ध दुष्प्रचार करके उनके मनोबल को क्षति पहुंचाना, भारतीय सेना के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुष्प्रचार रचकर बदनाम करना, देश की वर्तमान सरकार को वैश्विक स्तर पर बदनाम करना, विभिन्न देशों से प्रतिबंध लगवाकर भारत को अलग-थलग करना शामिल है।
भारत के विरुद्ध मुस्लिम सिख दलित कार्ड
पाकिस्तान पोषित आतंक पर वर्तमान सरकार द्वारा लगाम लगाने के बाद षड्यंत्र का रूप बदल गया है। इसमें अब वित्त पोषण करके मुस्लिम, सिख और दलितों का गठबंधन खड़ा करने का प्रयत्न हो रहा है। इस्लामी समाज सदा से ही हिंसात्मक और जिहादी मानसिकता से आतंक फैलाता रहा है। देश में होनेवाले धमाकों और आतंकी गतिविधियों में उसकी संलिप्तता सदा से ही रही है। जबकि, इसमें खालिस्तान के नाम से सिखों को भड़काने का लगातार प्रयत्न हो रहा है।
इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काऊंसिल कनाडा के न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी की हमदर्द बन गई है। न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) का नेता जगमीत सिंह सदा से ही खालिस्तान समर्थक है, उसकी पार्टी कनाडा की जस्टिन ट्रेड्यू सरकार में शामिल रही है। इसका लाभ लेकर कनाडा में खालिस्तान समर्थकों का गुट तैयार किया जा रहा है। इसमें धालीवाल, अनीता लाल जैसे लोग शामिल रहे हैं। यह किसान आंदोलन में भारत सरकार के विरुद्ध षड्यंत्र रचने के लिए धन आपूर्ति कर रहे थे। लाल किला पर हुई हिंसा में लोगों को वित्त पोषित करने में इनका बहुत बड़ा हाथ रहा है। किसान आंदोलन के समय जगमीत सिंह द्वारा तैयार टूलकिट पर गायिका रिहाना और ऑड्रे ट्रश्के जैसे लोगों ने वैश्विक स्तर पर पैसे लेकर षड्ंयत्र रचा था। वर्तमान समय में पंजाब के छोटे अपराधियों को सिख फॉर जस्टिस ने पैसे देकर खरीद लिया है ऐसी जानकारी मिल रही हैं, जिसकी पुष्टि भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के माध्यम से ही संभव है।
#IndiaGenocideNews Daily Update
– Canada’s NDP demands boycott of G20 events in Kashmir over India’s anti-minority laws
– Hindu extremist mob assaults students campaigning activist’s releasehttps://t.co/4v8wxpFoKH
— Indian American Muslim Council (@IAMCouncil) December 2, 2022
भारत पर प्रतिबंधों के लिए लॉबिंग
आईएएमसी भारत के विरुद्ध लॉबिंग करती रही है। इसके लिए एक षड्यंत्र था अमेरिका स्टेट डिपार्टमेंट द्वारा भारत को कंट्री फॉर पर्टिकुलर कन्सर्न (सीपीसी) घोषित करवाना। इसके लिए भारत में मानवाधिकार हनन और धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन के नाम फर्जी आरोप पेश किये गए थे। लेकिन इस फर्जावाड़े को अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट ने समझते हुए खारिज कर दिया।
IAMC expresses displeasure and deep disappointment over @StateDept's non-designation of India as a Country of Particular Concern (CPC) for its egregious human rights and religious freedom violations.
Giving India a free pass exacerbates the persecution of religious minorities. https://t.co/ry8h9FX0Cs
— Indian American Muslim Council (@IAMCouncil) December 2, 2022