हिन्दुओं पर आई बात तो भाजपा हुई लाल, जानें पूरा मामला 

अजमल जैसे लोग हमें नसीहत ना दें। हमारे सनातन धर्म में सदैव प्रेम की पूजा होती रही है। अजमल को पता होना चाहिए कि हमारे पूर्वज राजा सागर के साठ हजार पुत्र थे, वहीं भगवान कृष्ण की 16,000 पटरानियां थीं।

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हिंदुस्तान में हिन्दुओं पर ही निशाना साधा जा रहा है। जहां एक ओर जेएनयू की दीवारों में ब्राह्मण और वैश समुदाय को लेकर विवादित स्लोगन लिखा गया, वहीं असम में ऑल यूनियन यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के अध्यक्ष मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने हिन्दुओं को लेकर विवादित बयान दिया है। जिसके बाद वह भाजपा के निशाने पर आ गए।

अजमल औरंगजेब का दूसरा संस्करण
मौलाना अजमल के विवादित बयान पर भाजपा ने उन्हें जमकर लपेटा। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रंजीव कुमार शर्मा ने कहा कि यह भगवान राम और माता सीता का देश है, यहां इस तरह के बयान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अजमल औरंगजेब का दूसरा संस्करण है। रंजीव कुमार ने कहा कि अजलम हराम संस्कृति का संरक्षक और वाहक है। भाजपा उनके बयान की कड़ी निंदा करती है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मौलाना अजमल को इस बयान को लेकर तुरंत बिना शर्त के माफी मांगनी चाहिए। इसके साथ ही भाजपा ने सरकार से इस पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग भी की।

हमें नसीहत न दें : गिरिराज सिंह
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मौलाना अजमल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अजमल बदरुद्दीन जैसे लोग हमें नसीहत ना दें। हमारे सनातन धर्म में सदैव प्रेम की पूजा होती रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अजमल को पता होना चाहिए कि हमारे पूर्वज राजा सागर के साठ हजार पुत्र थे, वहीं भगवान कृष्ण की 16,000 पटरानियां थीं। उन्होंने कहा कि आज भारत में वही मुसलमान बचा है, जिसे मुगल काल में मुगलों ने सम्मान नहीं दिया था।

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अजमल का बयान शर्मसार 
भाजपा के वरिष्ठ नेता शहनवाज हुसैन ने अजमल के बयान की निंदा करते हुए कहा कि अजमल को इस तरह की जहरीली जुबान नहीं बोलना चाहिए। भारत में पहले से ही शादी का कानून बना हुआ है, उसके बाद भी अजमल इस तरह का बयान देते हैं यह शर्मसार है। अजमल बदरुद्दीन को तुरंत माफी मांगनी चाहिए।

हमें आप से सीखने की जरूरत नहीं 
वहीं, भाजपा विधायक दिगंत कलिता ने कहा कि हमें आप (अजमल) से सीखने की जरूरत नहीं है। यह बांग्लादेश नहीं हिंदुस्तान है। अगर आपको ऐसा बयान देना है तो बांग्लादेश चले जाइए, यहां आप को ऐसे बयान देने की इजाजत नहीं है।

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