यूरोप और अमेरिका सहित कई देशों में कोविड -19 की तीसरी लहर का प्रकोप जारी है। उसे देखते हुए मुंबई में भी कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए टेस्टिंग बढ़ाने का आदेश दिया गया है। इनमें आरटीपीसीआर और रैपिड एंटीजन टेस्ट दोनों शामिल हैं। इसके साथ ही कोविड संक्रमण को फैलने से रोकने के उद्देश्य से 15 के बजाय 20 व्यक्तियों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जाएगी। इस तरह एक बार फिर मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ सकती है और तीसरी लहर का कारण बन सकती है।
मुंबई महानगरपालिका आयुक्त इकबाल सिंह चहल के मार्गदर्शन में और अतिरिक्त आयुक्त (पश्चिमी उपनगर) सुरेश काकानी के नेतृत्व में मनपा प्रशासन द्वारा सभी स्तर पर कार्रवाई की योजना तैयार की जा रही है। इनमें मुख्य रूप से बिस्तरों की उपलब्धता बढ़ाना, कोविड उपचार केंद्रों और अस्पतालों की संख्या बढ़ाना, कोविड टेस्टिंग बढ़ाना, प्रतिबंधित क्षेत्रों में अधिक प्रभावी कदम उठाना आदि शामिल हैं।
अतिरिक्त आयुक्त ने दी तैयारी की जानकारी
पश्चिमी उपनगर के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि अब धीरे-धीरे हर तरह के व्यवसाय और अन्य तरह की गतिविधियां शुरू की जा रही हैं। इस पृष्ठभूमि में एहतियात के तौर पर कोविड टेस्ट बढ़ाने के आदेश जारी किए गए हैं। इसमें आरटीपीसीआर के साथ ही रैपिड एंटीजन टेस्ट भी शामिल हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए योजना बनाने के साथ ही कार्रवाई भी की जा रही है। इसके लिए संबंधित विभाग को पर्याप्त किट उपलब्ध कराए गए हैं। इसके साथ ही अब प्रत्येक कोरोना मरीज के संपर्क में आए 20 लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जाएगी।
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वार्ड स्तर पर की जा रही है तैयारी
काकानी ने बताया कि बीएमसी के सभी 24 विभागों में कोविड के प्रबंधन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए वार्ड स्तरीय नियंत्रण कक्ष कार्यरत हैं। तीसरी लहर की पृष्ठभूमि में इन नियंत्रण कक्षों की निगरानी की जा रही है। वहीं, तीसरी लहर के दौरान छोटे बच्चों के संक्रमण की संभावना को देखते हुए कंट्रोल रूम में काम करने वाल लोगों को जरूरी प्रशिक्षण दिया जाएगा।