महाराष्ट्र के पुणे जिले में कोरोना संक्रमण और मरने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इस कारण यहां के लोग डरे और सहमे हुए हैं। वे जल्द से जल्द टीका लगवा लेना चाहते हैं, ताकि कोरोना संक्रमित होने के बावजूद उनकी जान बच जाए। लेकिन उनकी यह इच्छा पूरी होने में कई तरह की अड़चनें आ रही हैं।
पुणे में वाघोली में टीकाकरण केंद्र बनाया गया था लेकिन स्थानीय प्रशासन ने अचानक केंद्र को स्थानांतरित कर दिया। बताया जा रहा है कि स्थानीय नेताओं के बीच विवाद,तालमेल की कमी,वर्चस्व की लड़ाई के कारण ऐसा किया गया।
रातोंरात बदल दिया गया टीकाकरण केंद्र
रातोंरात टीकाकरण केंद्र को स्थानांतरित करने से लोग परेशान हो गए। उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी। इस कारण बड़ी संख्या में वे केंद्र पर हुंच गए। बाद में जब उनको टीकाकरण केंद्र बदलने की जानकारी मिली तो वे परेशान हो गए।
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केंद्र पर अफरातफरी
इसके बाद लोग किसी तरह नए टीकाकरण केंद्र पर पहुंचे तो वहां भीड़ देखकर उन्हें पसीना छूट गया। वे कोरोना से बचने के लिए टीका लगवाने आए थे, लेकिन इतनी भीड़ और अफरातफरी में उन्हें कोरोना की चपेट में आने का खतरा ज्यादा था।
पुराने टीकाकरण पर पर्याप्त व्यवस्था
बता दें कि वाघोली में बी.जे. केंद्र 8 से 10 हजार वर्ग फुट के हॉल में चार महीनों से चलाया जा रहा है। लोगों की प्रतीक्षा के लिए बहुत जगह होने के साथ ही यहां टीकाकरण के लिए अलग कमरा,टीकाकरण के अवलोकन के लिए अलग हॉल, डॉक्टरों और कर्मचारियों के लिए अलग कमरा और वाहनों की पार्किंग के लिए पर्याप्त जगह है।