भारत में बांग्लादेश के राष्ट्रपिता पर हो रहा था फिल्म पोस्टर जारी, वहां होली के दिन कट्टरवादियों ने तोड़ा हिंदू मंदिर

बांग्लादेश में सक्रिय आतंकी संगठन भारत के विरुद्ध लगातार षड्यंत्र रच रहे हैं। इसके अलावा बांग्लादेश में ये आतंकी संगठन कट्टरवादियों के माध्यम से हिंदुओं पर हमले करवा रहे हैं।

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बांग्लादेश में हिंदू धर्मस्थलों पर हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। गुरुवार रात एक बार फिर ढाका के इस्कॉन मंदिर पर उग्र कट्टरपंथियों ने हमला कर दिया। हमले में कई लोग जख्मी हो गए हैं। हमलावरों ने मंदिर में लूटपाट व तोड़फोड़ भी की है। इसके चार दिन पहले भी मानिकगंज जिले के घिओर में काली माता का मंदिर तोड़ा गया था। यह वो समय है जब भारत के राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडसी) और भारत-बांग्लादेश फिल्म विकास निगम (बीएफडीसी) के संयुक्त उपक्रम में बांग्लादेश के राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर्ररहमान पर एक फिल्म का निर्माण हुआ है, जिसका होलिका दहन के दिन पोस्टर जारी हुआ है।

हिंदू भक्तों पर जानलेवा हमला
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले अब आए दिन की समस्या हो गई है। कोई भी पर्व-त्योहार हो, वहां के उग्र कट्टरपंथी हिंदू धर्मस्थलों को निशाना बना लेते हैं। गुरुवार को होली के पर्व पर भी कट्टरपंथियों ने एक हिंदू मंदिर को निशाना बना लिया। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में स्थित इस्कॉन राधाकांता मंदिर पर गुरुवार शाम को दो सौ से ज्यादा लोगों की भीड़ ने उग्र नारेबाजी करते हुए हमला बोल दिया। इन लोगों ने मंदिर में लूटपाट के साथ तोड़फोड़ भी की। इनके निशाने पर उस समय मंदिर में मौजूद हिंदू समाज के लोग भी रहे। हमले में सुमंत्र चंद्र श्रवण, निहार हलदार, राजीव भद्र समेत कई लोग घायल हो गए।

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कट्टरवादी हाजी शफीउल्लाह का षड्यंत्र
बताया गया कि इस हमलावर भीड़ का नेतृत्व हाजी शफीउल्लाह कर रहा था। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले की यह पहली घटना नहीं है। बीते नवरात्र में कोमिला शहर में नानूर दिघी झील के पास एक दुर्गा पूजा पांडाल पर उग्र भीड़ ने हमला कर दिया था। इस घटना में तीन लोगों की मौत की जानकारी सामने आई थी। नवरात्र में भी ढाका के इस्कॉन मंदिर सहित कई अन्य मंदिरों पर हमला हुआ था। जिनमें सात लोगों की जान गई थी। ढाका के टीपू सुल्तान रोड और चटगांव के कोतवाली क्षेत्रों में भी हिंदू धर्म स्थलों पर हमले की घटनाएं सामने आ चुकी हैं।

यहां पोस्टर जारी वहां हिंदू मंदिरों पर हो रहा था हमला
1971 में पश्चिमी पाकिस्तानी सेना की यातनाओं से मुक्ति दिलाने के लिए भारत ने युद्ध किया था। इस युद्ध में भारतीय सैनिकों की वीरता का परिणाम था कि, पूर्वी पाकिस्तान को आतंकी पश्चिमी पाकिस्तान की क्रूरता से मुक्ति मिली और स्वतंत्र देश बांग्लादेश का जन्म हुआ। शेख मुजीबुर्ररहमान पर भारत और बांग्लादेश द्वारा संयुक्त रूप से एक फिल्म निर्माण हो रहा है, इस फिल्म का नाम ‘दि मेकिंग ऑफ ए नेशन’ है। इसका होलिका दहन के दिन जब फिल्म का पोस्टर जारी किया गया, उधर सीमा के उस पार बांग्लादेश में कट्टरपंथी हाजी शफीउल्लाह दो सौ से अधिक लोगों के साथ इस्कॉन मंदिर में तोड़फोड़ और हिंदुओं पर हमला कर रहा था।

शेख हसीना की चुप्पी क्या कहती है?
बांग्लादेश प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कुछ समय पहले ही भारत को आस्वस्थ किया था कि, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले तत्काल रोके जाएंगे और इसके पीछ जिनका हाथ होगा उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी। परंतु, इसके बाद भी हिंदू और हिंदुओं के मंदिर लगातार इस्लामी कट्टरवादियों के शिकार हो रहे हैं।

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