वियतनाम के दौरे पर गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीसरे दिन वायु सेना अधिकारी प्रशिक्षण स्कूल और न्हा ट्रांग स्थित दूरसंचार विश्वविद्यालय गए। राजनाथ सिंह ने वियतनाम को भाषा, आईटी प्रशिक्षण स्कूल के लिए 10 लाख अमेरिकी डॉलर सौंपे। उन्होंने स्कूल की उपलब्धियों के लिए वियतनाम पीपुल्स एयर डिफेंस और वायु सेना के प्रशिक्षित पायलटों के बहुमूल्य योगदान को सराहा। भारत में ट्रेनिंग के लिए जाने से पहले वियतनामी पायलटों का चयन इसी स्कूल में प्रशिक्षण दिए जाने के बाद किया जाता है।
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रक्षा मंत्री ने क्या कहा?
रक्षा मंत्री ने कहा कि इस स्कूल में 2018 से दो सदस्यीय भारतीय सेना बल प्रशिक्षण दल (आईएएफटीटी) वियतनामी पायलटों को अंग्रेजी और पूर्व उड़ान प्रशिक्षण देने के लिए प्रतिनियुक्ति पर है, जो उन्हें भारत में दिए जाने वाले प्रशिक्षण को बेहतर ढंग से करने के लिए तैयार कर रहा है। उन्होंने प्रशिक्षण सहायता की खरीद के लिए 50 लाख भारतीय रुपये का उपहार सौंपा। उन्होंने स्कूल में एक भाषा और आईटी प्रयोगशाला की स्थापना के लिए 10 लाख अमेरिकी डॉलर सौंपे। राजनाथ सिंह ने कहा कि यह प्रयोगशाला वियतनाम वायु रक्षा और वायु सेना कर्मियों के लिए भाषा और आईटी कौशल बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देगी। इससे शिक्षण क्षमता बढ़ने के साथ ही विश्वविद्यालय में प्रशिक्षु बेहतर और आसान तरीके से प्रशिक्षण ले सकेंगे।
भारतीय वायु सेना का बढ़ रहा है सहयोग
उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि यह परियोजना अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है और अगले साल की शुरुआत में इसके पूरा होने का कार्यक्रम है। मुझे विश्वास है कि आर्मी सॉफ्टवेयर पार्क वियतनाम पीपुल्स आर्मी में आईटी से संबंधित कौशल को बढ़ाने में सकारात्मक योगदान देगा। उन्होंने वायु सेना अधिकारी प्रशिक्षण स्कूल और वियतनाम की वायु रक्षा के साथ भारतीय वायु सेना के बढ़ते सहयोग को देखकर भी खुशी जताई। उन्होंने कहा कि हमने अपनी वायु सेना अकादमी में 10 वियतनामी पायलटों को बुनियादी उड़ान प्रशिक्षण प्रदान किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वियतनाम यात्रा
इसके बाद रक्षा मंत्री वियतनाम के न्हा ट्रांग स्थित दूरसंचार विश्वविद्यालय गए। उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और वियतनाम पीपुल्स आर्मी के प्रशिक्षण में इसके बहुमूल्य योगदान को सराहा। उन्होंने कहा कि सितंबर, 2016 में भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की वियतनाम यात्रा के दौरान दूरसंचार विश्वविद्यालय में एक आर्मी सॉफ्टवेयर पार्क की स्थापना के लिए 5 मिलियन डॉलर के अनुदान की घोषणा की गई थी। रक्षा मंत्री ने कहा कि दूरसंचार विश्वविद्यालय के साथ हमारा पुराना सहयोग रहा है। भारत-आसियान सहयोग ढांचे के तहत हमने 2015 में एक अंग्रेजी और आईटी प्रयोगशाला स्थापित करने में सहायता की। एक दो सदस्यीय भारतीय सेना प्रशिक्षण दल (आईएटीटी) को अंग्रेजी और आईटी प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 2015 से दूरसंचार विश्वविद्यालय में प्रतिनियुक्त किया गया।