म्यांमार की सेना अपनी धरती पर भारत विरोधी समूहों पर सख्त कार्रवाई कर रही है। सरकार के सूत्रों ने बताया कि म्यांमार की सेना ने उन विद्रोही समूहों पर कार्रवाई की है, जिन्होंने म्यांमार में शिविर स्थापित किए हैं और भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। भारतीय अधिकारी भी म्यांमार में सुरक्षा एजेंसियों के संपर्क में हैं।
म्यांमार के अधिकारियों के संपर्क में भारतीय अधिकारी
कुछ दिनों पहले, असम राइफल्स के कर्नल और उनके परिवार की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा हत्या कर दी गई थी। इसलिए, भारतीय अधिकारी पीएलए के साथ-साथ इस तरह के आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए म्यांमार के अधिकारियों के संपर्क में हैं। इसी क्रम में हाल ही में पांच भारत विरोधी विद्रोहियों को भारतीय अधिकारियों के हवाले कर दिया गया। पांचों को विशेष विमान से भारत लाया गया है।
13 नवंबर को अचानक किया था हमला
13 नवंबर 2021 को हुए आतंकी हमले में पांच जवान हुतात्मा हो गए थे। इसमें असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर भी शामिल थे। भारत-म्यांमार सीमा पर हुए इस आतंकवादी हमले में 46वीं असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी अपने बेटे, पत्नी और चार अन्य सैनिकों के साथ हुतात्मा हो गए थे। इससे पहले भारत ने म्यांमार में, डोगरा रेजीमेंट बटालियन के 20 जवानों के हमले में मारे जाने के बाद, सर्जिकल स्ट्राइक की थी।