दिनेश त्रिवेदी ने क्यों छोड़ा ममता का आंचल?… जानिये इस खबर में

टीएमसी के राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता दिनेश त्रिवेदी ने सदन में ही इस्तीफा दे दिया।

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी को एक और झटका लगा है। पार्टी के राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता दिनेश त्रिवेदी ने सदन में ही इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी में मुझे घुटन महसूस हो रही है। देश हित से बढ़कर कुछ नहीं है। पार्टी हित और देश हित को चुनने का समय आ गया है। यह कहते हुए उन्होंने सदन छोड़ने का ऐलान कर दिया। उनके इस्तीफे के बाद कहा जा रहा है कि वे भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं। चुनाव से ऐन पहले पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के इस्तीफे के बाद टीएमसी को एक बड़ा झटका लगा है।

 त्रिवेदी ने कहा कि जिस तरह आज पश्चिम बंगाल में हिंसा हो रही है, मुझे लगता है कि मैं क्या करूं? असल में हम जन्मभूमि के लिए ही हैं। एक पार्टी में हैं तो उसका अपना अनुशासन है। मुझे घुटन महसूस होती है कि मैं कुछ कर नहीं पा रहा हूं। मुझे मेरी आत्मा कह रही है कि यहां बैठे-बैठ अगर चुपचाप रहो और कुछ नहीं कर सकते तो इस्तीफा दे दो। मैं यहां से इस्तीफा दे रहा हूं।

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10 फरवरी को पीएम मोदी से जताई थी सहमति
बता दें कि 10 फरवरी को दिनेश त्रिवेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से युवाओं के बारे में दिए गए बयान पर ट्वीट कर अपनी सहमति जताई थी। उन्होंने ट्वीट किया था, ‘मैं व्यक्तिगत रूप से पीम मोदी की बातों से सहमत हूं। आगे का तरीका यह है कि हम अपने युवा प्रतिभाशाली दिमाग को धन उपलब्ध कराएं। उनके लिए रोजगार सृजित करें। हमारे सरकारी अधिकारियों (बाबुओं) को भी युवाओं को प्रोत्साहित करने की जरूरत है।’

टीएमसी में मिली-जुली प्रतिक्रिया
त्रिवेदी के इस्तीफे पर टीएमसी के सांसद सुखेंदु एल रॉय ने कहा कि तृणमूल का मतलब है जमीनी स्तर। इससे हमें राज्यसभा में जल्द ही जमीनी स्तर के एक कार्यकर्ता को राज्य सभा में भेजने का अवसर मिलेगा। वहीं पार्टी के सांसद सौगात राय ने कहा कि त्रिवेदी के इस्तीफे से हम दुखी हैं। उन्होंने फैसला करने से पहले मुझसे कोई बात नहीं की। हमें नहीं पता कि उन्होंने यह निर्णय किस आधार पर लिया।

भारतीय जनता पार्टी में स्वागतः कैलाश विजवर्गीय
भारतीय जनता पार्टी के महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजवर्गीय ने दिनेश त्रिवेदी को लेकर ट्वीट करते हुए कहा है, ‘अगर वे भाजपा में शामिल होना चाहते हैं तो उनका स्वागत है।’

कौन हैं दिनेश त्रिवेदी?
दिनेश त्रिवेदी यूपीए सरकार में रेल मंत्री रह चुके हैं। पिछले साल अप्रैल में उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता ग्रहण की थी। त्रिवेदी ने 1980 में कांग्रेस ज्वाइन की थी। इसके बाद 1990 में जनता दल का दामन थाम लिया था। 1998 में जब ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस का गठन किया तो वे उनके साथ हो लिए।

ये भी छोड़ चुके हैं टीएमसी
आपको बता दें कि अब तक टीएमसी के कई मंत्री, नेता और कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो चुके हैं। उनमें शुभेंदु अधिकारी और राजीव बनर्जी जैसे नेता भी शामिल हैं।

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