इसलिए सुरक्षा बलों ने की थी फायरिंग! पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में चार की मौत

पश्चिम बंगाल में उपद्रवियों की भेंट चार लोग चढ़ गए। देश में चतुर्थ चरण का मतदान हो रहा है। जिसमें कूचबिहार जिले के एक मतदान केंद्र पर हंगामा होने की खबर सामने आई है।

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राज्य की 44 विधान सभा सीटों के लिए मतदान हो रहा है। इस बीच कूचबिहार से बड़ी घटना सामने आई है। वहां शांतिपूर्ण मतदान करवाने के लिए तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (साआईएसएफ) पर ही स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया। इस हमले से चुनाव कर्मियों को बचाने के लिए की गई हवाई फायरिंग में चार लोगों की मौत हो गई है।

बंगाल की राजनीति में सुरक्षा बलों की सुरक्षा का कोई सम्मान नहीं है। वहां के नेता मत प्राप्ति के लिए इतने लोलुप हो चुके हैं कि उन्हें केंद्रीय सुरक्षा बल पर हमले स्वीकार्य हैं लेकिन जनता पर थोड़ी सी कड़ाई पर जुबानी हमला बोल देते हैं। उनकी इस बड़बोली का परिणाम ये होता है कि जमीनी स्तर के लोग गुमराह होकर गलत रास्ता अपना लेते हैं। कूचबिहार की घटना में कुछ ऐसा हुआ होगा।

पुलिस ने बताया क्या हुआ?
एडीजीपी जगमोहन के अनुसार चौथे चरण का मतदान चल रहा था। सीतालकुची में एक युवक मतदान करने आया था। उसकी अज्ञात कारणों से मौत हो गई। इस बीच क्षेत्र में गश्त कर रहे सीआईएसएफ के दल को गांववालों ने घेर लिया। इससे बचने के लिए सीआईएसएफ के दल की ओर से फायरिंग की गई। जिसमें चार ग्रामीणों की मौत हो गई है।

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सीआईएसएफ का बयान
केंद्रीय सुरक्षा बल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बूथ संख्या 125 के पास सीआईएसएफ निरीक्षक सुनील कुमार के नेतृत्ववाले दल पर एक भीड़ द्वारा हमला कर दिया गया था। इस बीच एक बच्चा नीचे गिर गया और उपद्रवियों की भीड़ ने सुरक्षा बलों के क्विक रिस्पॉन्स टीम के वाहन को क्षतिग्रस्त करना शुरू कर दिया। इस वाहन में सवार सुरक्षा बल के जवानों पर भी हमले शुरू कर दिये गए जिसके बाद हवाई फायरिंग करनी पड़ी।
इस घटना के लगभग एक घंटे बाद डेढ़ सौ लोगों का एक समूह बूथ नंबर 186 में घुस गया। इस भीड़ ने वहां तैनात मतदान कर्मियों, आशा कार्यकर्ता आदि की पिटाई शुरू कर दी। इस बीच वहां तैनात सीआईएसएफ के जवानों ने भीड़ को शांत करने की कोशिश की। लेकिन भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। जवानों के हथियार छीनने का प्रयत्न होने लगा। जिसके बाद स्थिति की गंभीरता को देखते हुए फायरिंग करनी पड़ी।

टीएमसी की राजनीतिक बयानबाजी
इस घटना पर ममता बनर्जी ने सीधे तौर पर गृह मंत्री अमित शाह पर हमला बोला है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय सुरक्षा बलों के माध्यम से मतदाताओं को डराने का आरोप लगाया है।

पीएम ने दिया उत्तर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि दीदी और टीएमसी के विचार सामने आ रहे हैं। एक वीडियो वायरल हो रहा है मीडिया में, जिसमें दीदी के करीबी नेता अनुसूचित जाति के लोगों का अपमान करते दिख रहे हैं। वे कहते हैं अनुसूचित जाते वाले बंगाल में भिक्षुक की तरह हैं।

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होगा पुनर्मतदान
पोलिंग बूथ क्रमांक 125 पर पुनर्मतदान होगा। चुनाव आयोग ने सीततकुर्ची के उस मतदान केंद्र पर चुनाव रद्द कर दिया है। यह निर्णय चुनाव पर्यवेक्षक की अंतरिम रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है।

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