Uttar Pradesh: जल्द ही तहसील स्तर पर फायर स्टेशन वाला पहला राज्य होगा उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सब जानते हैं कि संकट के समय अग्निशमन की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण हो जाती है।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने गुरुवार (29 फरवरी) को 38 अग्निशमन केंद्र (Fire Fighting Center) का लोकार्पण (Inauguration) और शिलान्यास (Foundation Stone Laying) किया। इस दौरान उन्होंने 35 अग्निशमन वाहनों (Fire Fighting Vehicle) का फ्लैगऑफ (Flag Off) कर प्रदेश को सौंपा। (Uttar Pradesh)

इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सब जानते हैं कि संकट के समय अग्निशमन की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण हो जाती है। इन्हीं सब को ध्यान में रखकर 1944 में प्रदेश में अग्निशमन विभाग का गठन हुआ। 1944 से 2017 तक 73 वर्षों में जितने 288 फायर स्टेशन स्थापित हुए, हम लोगों ने मात्र सात वर्ष में 71 नए फायर स्टेशन स्थापित किए। अग्निशमन से जुड़े कानून में व्यापकर रिफार्म किए। आज उसका परिणाम है कि अग्निशमन विभाग आज पूरी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है। हमारी सरकार में लगभग 1400 करोड़ रुपये आधुनिकीकरण के लिए इस विभाग को उपलब्ध कराए।

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एसडीआरएफ की छह कंपनियां काम कर रही हैं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले सात वर्षों में विभाग के आधुनिकीकरण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। साथ ही समयबद्ध तरीके से विभाग में अधिकारियों की तैनाती की गई है। इसके परिणाम सभी के सामने हैं। पहले अक्सर उद्यमी एनओसी को लेकर शिकायतें करते थे। हमने उसमें कई बदलाव कर उसे सरल किया। यही वजह है कि पिछले कुछ वर्षों में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में उत्तर प्रदेश की रैंकिंग में काफी सुधार हुआ है। योगी ने कहा कि फायर टेंडर के रिस्पांस टाइम को कम से कम करने पर जोर होना चाहिए ताकि जन-धन की हानि को कम से कम किया जा सके। पिछले कुछ वर्षों में इसमें काफी सुधार भी हुआ है। यही वजह है कि 33,000 से अधिक अग्नि दुर्घटनाओं में 3,780 जनहानि को रोका गया। साथ ही 5000 से अधिक पशुओं के साथ ही 150 करोड़ रुपये की संपत्ति को नष्ट होने से बचाया गया। इसके अलावा विभाग तेज लू के दौरान फसलों में आग लगने की घटनाओं पर काबू पाने के लिए सदैव खड़ा रहता है। इसे ही ध्यान में रखते हुए हमने आपात सेवाओं का उच्चीकरण करने का कार्य किया है। इस दिशा में न केवल अग्निशमन सेवाओं के आधुनिकीकरण बल्कि प्रदेश में एसडीआरएफ के गठन की कार्रवाई को भी पूरा किया गया है। आज एसडीआरएफ की छह कंपनियां काम कर रही हैं। साथ ही साथ प्रदेश के अंदर स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स का गठन करते हुए महत्वपूर्ण इमारतों और संस्थाओं की सुरक्षा के दायित्व को पूरा किया है। इन प्रयासों काे आगे बढ़ाते हुए प्रदेशवासियों, निवेशकों और टूरिस्ट के विश्वास को और मजबूत करना है। इसी के तहत पहले चरण में जनपद स्तर और दूसरे चरण में तहसील स्तर पर एक से डेढ़ वर्ष में फायर स्टेशन स्थापित हो जाएंगे।

योगी सरकार में नियुक्तियों में कोई भ्रष्टाचार नहीं है
जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि 2017 से पहले के उत्तर प्रदेश को हम सबने देखा है। सपा को हटाते थे तो बसपा आ जाती थी। बसपा को हटाते थे तो सपा आ जाती थी। पिछली सरकारों में चुनाव के दौरान बूथ से बस्ते लूट लिए जाते थे। एक जाति का बोलबाला रहता था। आज योगी सरकार में नियुक्तियों में कोई भ्रष्टाचार नहीं है। पंचायत से लेकर अन्य चुनाव तक निष्पक्ष हो रहे हैं। राज्य के अंदर रात के 12 बजे भी हरिद्वार से वाराणसी बाबा के दर्शन करने आ सकती है। अगर किसी ने छेड़ दिया तो यूपी पुलिस उसे छोड़ेगी नहीं। योगी सरकार में आज बेटियां पूरी तरह सुरक्षित हैं। उप्र सुरक्षित है। उप्र सुरक्षित हो देश सुरक्षित है।

उप्र पुलिस की कानून व्यवस्था सराहनीय है
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में यूपी पुलिस ने ऐसी मिसाल पेश की है कि पूरे देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया कहती है कि उप्र पुलिस की कानून व्यवस्था सराहनीय है। कानून व्यवस्था की ही देन है कि आज पूरी दुनिया के उद्यमी उत्तर प्रदेश में निवेश करना चाहते हैं और वे कर भी रहे हैं। इस मौके पर मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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