लोकसभा चुनाव के बाद एक्ट्रेस उर्मिला मांतोडकर की एक बार फिर पिछले कई दिनों से चर्चा गरम है। कहा जा रहा है कि शिवसेना उन्हें राज्यपाल मनोनीत विधान परिषद सदस्य( एमएलसी) बना सकती है। अगर शिवसेन ऐसा करती है तो कांग्रेस और शिवसेना के बीच तकरार बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। कांग्रेस के टिकट पर उत्तर मुंबई लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुकी मातोंडकर के शिवसेना में जाने से महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार में गांठ पड़ सकती है। इसके बावजूद बताया जा रहा है कि शिवसेना मातोंडकर को एमएलसी बनाने की पूरी कोशिश कर रही है।
शिवसेना की आगे की रणनिति
चर्चा यह भी है कि अगर उर्मिला मातोंडकर शिवसेना के साथ आती है तो उसे 2024 के आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर मुंबई के लिए एक मजबूत उम्मीदवार मिल सकती है। अंदरुनी सूत्रों के मुताबिक उन्हें लेकर शिवसेना इसी रणनीति पर काम कर रही है। महत्वपूर्ण बात यह भी है कि मातोंडकर ने कश्मीरी मुस्लिम युवक से शादी की है और इस वजह से चुनाव में उन्हें उत्तर मुंबई के मुसलमानों का भी समर्थन मिल सकता है। इसके साथ ही शिवसेना को एक अल्पसंख्यक चेहरा भी मिल सकता है।
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बीजेपी के गोपाल शेट्टी ने दी थी मात
लोकसभा चुनाव में उनका मुकाबला बीजेपी के गोपाल शेट्टी के साथ हुआ था। उनके पिता राष्ट्रीय कांग्रेस सेवा दल के सक्रिय कार्यकर्ता थे। इस वजह से कांग्रेस का ऑफर उन्होंने स्वीकार कर चुनाव मैदान में उतरना स्वीकार किया था। लेकिन तब उन्हें गोपाल शेट्टी से बुरी तरह मात खानी पड़ी थी। गोपाल शेट्टी को जहां 6 लाख 64 हजार वोट मिले थे, वहीं उर्मिला को मात्र दो लाख 41 हजार वोट से ही संतोष करना पड़ा था।
चुनाव प्रचार में जीता था लोगों का दिल
वह चुनाव तो हार गई थीं, लेकिन काफी कम समय में ही चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने लोगों का दिल जरुर जीत लिया था। उन्होंने मराठी के साथ मुंबईकर कार्ड खेलकर लोगों को अपने साथ आने के लिए मजबूर किया था।
उन्होंने कहा था ,” मेरी लड़ाई पूरी तरह राजनैतिक है। मैं प्रेम और अहिंसा के मार्ग पर चलकर चुनाव लड़ रही हूं। मैं मुंबईकर हूं और मुंबई की लड़की हूं। इसके लिए मुझे किसी को कोई प्रमाण देने की जरुरत नहीं है।”
बीजेपी की बढ़ सकती है मुश्किलें
अब शिवसेना उसी मांतोडकर को अपने साथ लाकर उसी जगह पर बीजेपी को मात देने का सपना देख रही है, जहां कभी बीजेपी ने उर्मिला को पानी पिला दिया था। अगर शिवसेना अपने प्रयास में सफल होती है तो बदले हुए हालात में बीजेपी के मौजूदा सांसद गोपाल शेट्टी के लिए उत्तर मुंबई संसदीय क्षेत्र पर कब्जा बरकरार रखना काफी मुश्किल हो सकता है।