शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री बंगले पर 11 जुलाई को बुलाई गई बैठक में सांसदों के विरोध के संकेत मिले। इस बैठक में शिवसेना के 19 सांसदों में से सात सांसद अनुपस्थित थे। बैठक में उपस्थित कई सांसदों ने एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को समर्थन देने, शिंदे समूह के साथ तालमेल बनाने की मांग की।
सांसद गजानन कीर्तिकर ने बताया कि राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समाज की महिला हैं, इसलिए उनका समर्थन करने की मांग सांसदों ने की है। इस संबंध में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे आगामी दो दिनों में निर्णय लेंगे।
बैठकों का दौर जारी
जानकारी के अनुसार शिवसेना से 40 विधायकों के अलग होने के बाद उद्धव ठाकरे पार्टी पदाधिकारियों के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं। 11 जुलाई को सांसदों की बुलाई गई बैठक में शिवसेना के 19 लोकसभा सांसदों में से 12 मौजूद थे, जबकि 7 सांसद अनुपस्थित रहे। इसी तरह राज्यसभा के तीन में से दो सांसद मौजूद थे।
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ये सांसद बैठक में नहीं हुए शामिल
बैठक करीब तीन घंटे तक चली। शिंदे समूह और भाजपा नेता कई बार दावा कर चुके हैं कि शिवसेना के 12 सांसद उनके संपर्क में हैं। भावना गवली, श्रीकांत शिंदे की अनुपस्थिति अपेक्षित थी। इस बैठक में सांसद गजानन कीर्तिकर, अरविंद सावंत, विनायक राउत, हेमंत गोडसे, धैर्य शील माने, प्रताप जाधवचिखलीकर, सदाशिव लोखंडे, राहुल शेवाले, श्रीरंग बार्ने, राजन विचारे, ओमराजे निंबालकर, राजेंद्र गावित उपस्थित रहे। जबकि श्रीकांत शिंदे, भावना गवली, संजय जाधव, संजय मंडलिक, हेमंत पाटिल, कृपाल तुपाने, कलाबाई डेलकर बैठक में अनुपस्थित थे। इसी तरह 3 राज्यसभा सदस्यों में संजय राऊत, प्रियंका चतुर्वेदी बैठक में उपस्थित थीं, जबकि अनिल देसाई दिल्ली में थे, इसलिए बैठक में अनुपस्थित थे।