महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम ने कई दिनों से हड़ताल कर रहे एसटी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। इसी कड़ी में अब तक 9,000 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। 2 दिसंबर को भी 498 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया।
राज्य सरकार में एसटी निगम के विलय की मांग को लेकर ये कर्मचारी 29 अक्टूबर से हड़ताल पर हैं। वेतन में 41 प्रतिशत वृद्धि किए जाने के बावजूद हड़ताल पर अड़े एसटी कर्मियों पर अगले कुछ दिनों में और कड़ी कार्रवाई करने के संकेत परिवहन मंत्री अनिल परब ने दिए हैं।
कार्रवाई तेज होने की संभावना
बता दें कि हड़ताल पर अड़े 9,141 एसटी कर्मचारियों को अब तक निलंबित किया जा चुका है, जबकि 36 वेतनभोगी कर्मचारियों को बर्खास्त किया जा चुका है। निगम द्वारा कुल 1 हजार 928 कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है। यह कार्रवाई आगे और तेज होने की संभावना है।
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18,882 कर्मचारी काम पर लौटे
2 दिसंबर को कुल 92,226 एसटी कर्मियों में से 18,882 के काम पर लौटने की जानकारी मिली है। बाकी कर्मचारी अभी भी हड़ताल पर हैं। इस कारण शाम छह बजे तक केवल 1,348 वाहन ही चल सके। परिचालित साधारण बसों की संख्या 1,105 है, जबकि बाकी शिवशाही और शिवनेरी बसें हैं।
बिना रिपोर्ट के फैसला लेना नामुमकिन- अजित पवार
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि राज्य सरकार एसटी निगम के विलय का अध्ययन करने के लिए गठित समिति की रिपोर्ट प्राप्त किए बिना कुछ नहीं कर सकती है।