महाराष्ट्र विधानपरिषद की 10 रिक्त सीटों के लिए 20 जून को होने वाले चुनाव में शिवसेना की एकला चलो की भूमिका से कांग्रेस की मुश्किल बढ़ गई है। इसका असर आगामी दिनों में राज्य की महाविकास आघाड़ी सरकार पर पड़ने के आसार नजर आने लगे हैं। क्रास वोटिंग की संभावना से सभी राजनीतिक दल डरे हुए हैं। इसी वजह से महाराष्ट्र के सभी 285 विधायकों को मुंबई के चार आलीशान होटलों में रखा गया है।
राज्यसभा चुनाव में शिवसेना के उम्मीदवार संजय पवार की हार से सबक लेते हुए शिवसेना विधान परिषद चुनाव में एकला चलो के रास्ते पर है। शिवसेना ने तय किया है कि वह अपने अतिरिक्त विधायकों का वोट सहयोगी दल कांग्रेस तथा राकांपा को नहीं देगी।
इस तरह है जीत का गणित
विधान परिषद के एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 26 विधायकों के वोट की जरूरत है। महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सदस्य हैं। इनमें शिवसेना के एक विधायक की मौत हो गई है, जबकि दो विधायक जेल में हैं और दोनों को वोटिंग की अनुमति कोर्ट ने नहीं दी है। इसलिए विधान परिषद के लिए कुल 285 विधायक मतदान करने वाले हैं। शिवसेना के 55 विधायक हैं और उनके दो उम्मीदवार सचिन अहीर तथा आमसा पाडवी मैदान में हैं। इन दोनों को जीतने के लिए 52 विधायकों के वोट की जरूरत है, लेकिन शिवसेना अपने बचे हुए तीन वोट कांग्रेस, राकांपा को देने के लिए फिलहाल तैयार नहीं है। इसी तरह राकांपा के 55 विधायक हैं। इनमें से दो विधायकों नवाब मलिक तथा अनिल देशमुख जेल में होने की वजह राकांपा के दो वोट कम हो गए हैं।
कांग्रेस को चाहिए 8 अतिरिक्त वोट
इस तरह राकांपा के उम्मीदवार राजराजे निंबालकर तथा एकनाथ खडसे भी कोई भी धोखा टालने के लिए अतिरिक्त वोट की तलाश में हैं। कांग्रेस के कुल 44 विधायक हैं। कांग्रेस ने चंद्रकांत हंडोरे और अशोक उर्फ भाई जगताप को मैदान में उतारा है। कांग्रेस को दोनों उम्मीदवार को जिताने के लिए 8 अतिरिक्त वोटों की जरूरत है, इसलिए कांग्रेस 8 से 10 वोटों की तलाश कर रही है। कांग्रेस अतिरिक्त मतों के लिए छोटे दलों सहित निर्दलीय विधायकों से संपर्क कर रही है।
भाजपा को चाहिए अतिरिक्त 15 वोट
भाजपा के पास 106 विधायक हैं तथा 7 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। भाजपा ने प्रवीण दरेकर, राम शिंदे, श्रीकांत भारतीय , उमा खापरे तथा प्रसाद लाड इस तरह 5 उम्मीदवार मैदान में उतारा है। भाजपा को अपने पांचों उम्मीदवारों को जिताने के लिए 15 विधायकों के वोट की जरूरत है। इसी वजह से हर दल एक दूसरे दल के विधायकों का वोट पाने के लिए प्रयास कर रहा है।
जारी है होटल पॉलिटिक्स
भारतीय जनता पार्टी ने अपने सभी विधायकों को होटल ताज, शिवसेना ने होटल वेस्ट इन, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने होटल ट्राईडेंट तथा कांग्रेस ने अपने विधायकों को होटल फोर सीजन में ठहराया है। इससे यह निर्वाचन क्षेत्र विधायक विहीन हो गए है।