महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। हफ्ता वसूली के लिए पुलिस विभाग को 100 करोड़ का टारगेट देने के मामले में घिरे देशमुख के नागपुर स्थित निवास पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा। 25 जून की सुबह ईडी ने देशमुख के घर की तलाशी ली। मई में केंद्रीय जांच एजेंसी ने देशमुख के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। इससे पहले सीबीआई ने भी इस मामले में एफआईआ दर्ज कर पूर्व गृह मंत्री के चार परिसरों में छापेमारी की थी।
प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी में क्या-क्या मिला है, इस बारे में अभी तक जानकारी नहीं मिल पाई है। देशमुख से इस मामले में पूछताछ की जा सकती है। बता दें कि इससे पहले इस मामले में 24 जून को पुलिस उपायुक्त राजू भुजबल का बयान दर्ज किया गया था।
रडार पर देशमुख के करीबी
देशमुख के घर छापेमारी से पहले ईडी के अधिकारियों ने नागपुर में शिवाजी नगर स्थित सागर भटेवार के आवास समेत कम से कम तीन जगहों पर छापेमारी की। बताया जा रहा है कि भटेवार के साथ देशमुख का वित्तीय लेन-देन था। यह भी बताया जा रहा है कि देशमुख के साथ ही भविष्य में उनके नजदीकी लोगों की भी परेशानी बढ़ सकती है। इस मामले में नागपुर के तीन देशमुख के करीबी और सहयोगी ईडी के रडार पर हैं। ईडी को इन पर तब से शक है, जब इनके बैंकों के लेन-देन में अनिल देशमुख का नाम जुड़ गया था।
अनिल देशमुखचा घरी आज ED ई डी चे छापे काही दिवसांनी जेल मधे रवानगी होणार. घोटाळ्याचा पैसा कोलकत्ता कंपन्या द्वारा स्वतःचा कंपन्या मधे वळविला. छगन भुजबळ अशाच प्रकारचा घोटाळ्या मुळे ३ वर्ष जेल मधे होते.
काही दिवसांनी अनिल परबची अशीच अवस्था होणार @BJP4Maharashtra @Dev_Fadnavis
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) June 25, 2021
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यह है आरोप
बता दें कि मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह ने इस साल की शुरुआत में प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख पर संगीन आरोप लगाए थे। सिंह ने पत्र में देशमुख पर पुलिस विभाग को 100 करोड़ रुपए वसूल करने का टारगेट देने का आरोप लगाया था। बाद में विपक्ष द्वारा दबाव बढ़ने के कारण इसी मामले में देशमुख को गृह मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था।