प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14 दिसंबर को भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में शामिल हुए। दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर आए प्रधानमंत्री की ‘पाठशाला’ में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्रियों ने अनुशासन का पूरा पालन किया। बैठक में प्रधानमंत्री के सामने सभी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों ने अपने राज्यों में विकास कार्यो की जानकारी प्रस्तुत की।
कोरोना संकट के कारण यह बैठक पिछले साल नहीं हो पाई थी। बैठक में गोवा को छोड़ कर अन्य सभी भाजपा शासित प्रांतों के मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री शामिल हुए। इससे पहले 13 दिसंबर को गंगा में जल विहार के बाद प्रधानमंत्री ने सभी मुख्यमंत्रियों,उपमुख्यमंत्रियों के साथ क्रूज पर ही देर शाम तक बैठक की थी।
मुख्यमंत्रियों को मोदी ने दिए ये मंत्र
- सबका साथ-सबका विकास के सपने को धरातल पर उतारें
- संगठन में सभी के बीच संवाद जारी रहे
- नीतियों और योजनाओं के प्रचार-प्रसार में कमी न रहे
- हल हाल में योजनाओं का लाभ लोगों को मिले
वाराणसी में प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के साथ मुख्यमंत्री कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj उपस्थित हैं।
पीएम स्वनिधि योजना, आयुष्मान भारत योजना और आवास योजना, #COVID19 में किए गए प्रयासों आदि के संबंध में प्रधानमंत्री जी को प्रेजेंटेशन दे रहे हैं। pic.twitter.com/rCUR8sN81a
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) December 14, 2021
पांच घंटों तक चली बैठक
प्रोटोकॉल तोड़कर प्रधानमंत्री ने लगभग पांच घंटे तक मुख्यमंत्रियों की पाठशाला लगाई। बैठक में पीएम ने सुशासन और केंद्र सरकार की योजनाओं की राज्यों में प्रगति के बारे में खासतौर पर जानकारी ली। इस बैठक में शामिल मुख्यमंत्रियों में योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश, शिवराज सिंह चौहान, मध्य प्रदेश,पेमा खांडू, अरुणाचल प्रदेश,जयराम ठाकुर, हिमाचल प्रदेश,पुष्कर सिंह धामी, उत्तराखंड, हेमंत बिस्वा सरमा, असम,प्रमोद सावंत, मनोहर लाल खट्टर, हरियाणा,बसवराज बोम्मई, कर्नाटक, एन बीरेन सिंह, मणिपुर,विप्लव देव, त्रिपुरा आदि शामिल हुए।