शिवसेना के पूर्व मंत्री अर्जुन खोतकर भी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को समर्थन दिये है। इसके साथ ही एक और नेता ने उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ दिया है। खोतकर ने एक बात स्पष्ट किया है कि, वे परिवार को होनेवाली परेशानियों के कारण शिवसेना का साथ छोड़ रहे हैं।
दिल्ली में लंबा काल बिताकर जालना लौटे शिवसेना नेता अर्जुन खोतकर ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का समर्थन किया है। अपनी प्रेसवार्ता में खोतकर ने शक्कर कारखाने की व्यथा और परिवार द्वारा किये गए निवेश को स्पष्ट रूप से सामने रखा है। उन्होंने भावुक रूप से शिवसेना पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ हुए संवाद का उल्लेख किया है।
कुछ परिस्थितियों के अनुसार मुझे यह निर्णय लेना पड़ रहा है। पिछले 40 वर्षों से मैं, एक सच्चा शिवसैनिक रहा हूं। सभी शिवसैनिकों के साक्षी रखकर मैं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का समर्थन करता हूं।
अर्जुन खोतकर, नेता – शिवसेना
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खुलेगा शक्कर कारखाना
अर्जुन खोतकर ने पत्रकारों से कहा कि जालना सहकारी कारखाना को फिर शुरू करवाना उनकी प्राथमिकता है। इस कारखाने से जालना के किसानों तथा मजदूरों का भविष्य जुड़ा है। इसी वजह से वे दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से मिले थे। इस कारखाने पर कार्रवाई की गई है और मामला कोर्ट में लंबित है। एकनाथ शिंदे ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह उनका कारखाना फिर से शुरू कराने में मदद करेंगे।
अर्जुन खोतकर ने कहा कि उन्होंने आज सुबह उद्धव ठाकरे और प्रवक्ता संजय राऊत से बात की और सारी स्थिति बताई। इसके बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं। खोतकर ने कहा कि वह पिछले 40 साल से शिवसेना में हैं। विधायक तथा मंत्री रहे हैं। इस समय उनके पास कोई पद नहीं है। वह शिवसेना के बारे में कोई भी बात करना नहीं चाहते ।
बनाए गए थे उपनेता
9 जुलाई, 2022 को ही शिवसेना पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे के आदेश से अर्जुन खोतकर को उपनेता बनाया गया था। ठाकरे गुट से एकनाथ शिंदे गुट में जानेवाले नेताओं को पदों से हटाया गया था। इसमें विजय नाहटा और विजय चौगुले की ठाकरे गुट से छुट्टी के बाद अर्जुन खोतकर को नियुक्त किया गया था।