पहला स्वदेशी इंडोर सोलर कुकिंग सिस्टम ”सूर्य नूतन” तैयार, ये है इसकी खास बात

इंडियन ऑयल के अनुसार सूर्य नूतन एक स्थान पर स्थापित रिचार्जेबल और रसोई से जुड़ी हुई एक इनडोर सोलर कुकिंग प्रणाली है।

109

वैश्विक ऊर्जा संकट के मद्देनजर सोलर ऊर्जा को बढ़ावा देने तथा देश में कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी के लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने अपने अनुसंधान एवं विकास केंद्र में स्वदेशी इनडोर सोलर कुकिंग सिस्टम तैयार कर लिया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 25 सितंबर 2017 को पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के कार्यक्रम में रसोई को बिजली देने के लिए व्यवहार्य सौर समाधान विकसित करने पर बल दिया था। प्रधानमंत्री द्वारा दी गई चुनौती एवं प्रेरणा का अनुसरण करते हुए इंडियन ऑयल तथा पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने इंडियन ऑयल के अनुसंधान एवं विकास केंद्र फरीदाबाद में डिजाइन कर स्वदेशी सोलर कुक टॉप ”सूर्य नूतन” विकसित किया है

ये भी पढ़ें – गुवाहाटी से मुंबई कब तक लौटेंगे शिवसेना के बागी विधायक? एकनाथ शिंदे ने बताया

प्रारंभिक दौर में तीन अलग-अलग मॉडल उपलब्ध हैं तथा बेस मॉडल उत्पाद की लागत करीब 12 हजार रुपये एवं शीर्ष मॉडल के लिए 23 हजार रुपये है। लेकिन, आर्थिक लागत में काफी कमी आने की उम्मीद है। यदि टॉप मॉडल के लिए 12 से 14 हजार रूपये की लागत आती है तथा किसी परिवार में एक वर्ष में छह से आठ एलपीजी सिलेंडरों की खपत हो तो सूर्य नूतन के उपभोक्ता को एक-दो वर्षों में ही इसकी लागत वसूल हो जाएगी।

सूर्य नूतन में ऊर्जा सुरक्षा के परिदृश्य को बदलने की क्षमता है, क्योंकि भारत वर्तमान में अपनी एलपीजी आवश्यकता का 50 प्रतिशत आयात करता है। यह देश में कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन को काफी कम करने के साथ जीवाश्म ईंधन की अंतरराष्ट्रीय कीमतों के अत्यधिक उतार-चढ़ाव की चिंता से भी आमजनों को मुक्त रखेगा। पर्यावरण हितैषी विशेष सुविधाओं के कारण इसके लिए पंच लाइन दिया गया है ”आत्मनिर्भर होते भारत की नई उड़ान, सूर्य नूतन बनेगा किचन की नई पहचान।”

इंडियन ऑयल के अनुसार सूर्य नूतन एक स्थान पर स्थापित रिचार्जेबल और रसोई से हमेशा जुड़ी हुई एक इनडोर सोलर कुकिंग प्रणाली है। यह सूर्य के माध्यम से चार्ज करते समय ऑनलाइन कुकिंग मोड प्रदान करता है जो सिस्टम दक्षता को अधिकतम करता है तथा सूर्य से ऊर्जा का सर्वाधिक उपयोग सुनिश्चित करता है। यह हाइब्रिड मोड (सौर और सहायक ऊर्जा स्रोत-दोनों पर) एक साथ काम कर सकता है, जो सूर्य नूतन को सभी मौसमों के लिए खाना पकाने का समाधान बनाता है।

नूतन का इन्सुलेशन डिजाइन विकिरण और प्रवाहकीय गर्मी के नुकसान को कम करता है। इसका उपयोग सभी मौसमों और ऋतुओं में किया जा सकता है, सूर्य लंबे समय तक या लगातार उपलब्ध नहीं रहने वाले मानसून और अत्यधिक सर्दी में भी काम करेगा तथा किसी भी इनडोर उपकरण के लिए आवश्यक सभी सुरक्षा पहलू इसमें है। सूर्य नूतन निम्न रखरखाव वाली काफी टिकाऊ मॉड्यूलर प्रणाली है तथा इसे आवश्यकता के अनुसार विभिन्न आकारों में डिजाइन किया जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा वर्तमान वैश्विक ऊर्जा संकट के मद्देनजर कई बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। जिसमें इथेनॉल सम्मिश्रण को 20 प्रतिशत तक बढ़ाने, सतत (एसएटीएटी) योजना के तहत कंप्रेस्ड बायो-गैस की खरीद मूल्य को 45 रुपये प्रति किलोग्राम से 54 रुपये प्रति किलोग्राम तक करने, अन्वेषण एवं उत्पादन के तहत क्षेत्र को वर्तमान सात-आठ प्रतिशत से 15 प्रतिशत भौगोलिक क्षेत्र में बढ़ाने तथा रिफाइनरियों में ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को जोरदार तरीके से आगे बढ़ाने आदि के साथ-साथ ”सूर्य नूतन” शामिल हैं।

केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने बताया कि केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस के प्रयास से इंडियन ऑयल ने घर के भीतर सौर ऊर्जा से खाना पकाने की प्रणाली इनडोर सोलर कुकिंग सिस्टम सूर्य नूतन विकसित किया है। यह यंत्र प्रणाली सूरज से ऊर्जा प्राप्त करती है तथा विशेष रूप से तैयार किए गए हीट एलीमेंट के माध्यम से उसे गर्मी में बदल देती है। सूर्य नूतन एक ऊर्जा कुशल, हरित और प्रदूषण मुक्त इनडोर सोलर प्रणाली है। ग्लोबल वार्मिंग के दौर में ग्रीन एनर्जी उपयोग के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन को यह सिस्टम गति देगा।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.