केमिकल से पकी लीची की ऐसे करें पहचान!

प्राकृतिक और नकली पकने का फर्कप्राकृतिक लीची: हल्के गुलाबी रंग की होती है। ⚠️ केमिकल वाली लीची: रंग ज़्यादा चमकदार और लाल होता है।

छिलके पर ध्यान दें 🔍 अगर छिलका असामान्य रूप से चिकना या चमकदार हो — तो सतर्क हो जाएं। 👉 यह केमिकल (जैसे इथीफॉन) से पकाई गई हो सकती है।

गंध से करें जांच 👃 प्राकृतिक लीची में मीठी खुशबू आती है। ❌ केमिकल से पकी लीची में गंध तेज या अजीब हो सकती है।

स्वाद में फर्क 🍽️ अगर लीची का स्वाद कड़वा या कसैला लगे, तो हो सकती है नकली पकाई हुई। 👉 इसे खाने से पेट की गड़बड़ी, उल्टी या लिवर को नुकसान हो सकता है।

जल्दी खराब होना ⏳ केमिकल से पकी लीची बहुत जल्दी सड़ जाती है। 📆 प्राकृतिक लीची कुछ दिन ताज़ा बनी रहती है।

बच्चों को न खिलाएं नकली लीची ⚠️ नकली पकी लीची बच्चों के लिए ख़तरनाक हो सकती है। ❌ यह हाइपोग्लाइसीमिया जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है।

क्या करें, क्या न करें ✅ लीची खरीदते समय उसका रंग, गंध और ताज़गी ज़रूर जांचें। ❌ बहुत ज्यादा लाल, चमकदार या सस्ती लीची लेने से बचें।