स्वराज, आजादी के मस्तानों की ऐसी वीरगाथा है, जो अपना सर्वस्व बलिदान कर देश के लिए न्यौछावर हो गए। गौरवान्वित करने वाले प्रस्तुति के माध्यम से दूरदर्शन आज उसी इतिहास की गवाही दे रहा है। आजादी के परवानों की कई ऐसी कहानियां है, कई ऐसे पहलू हैं, जो कभी हमारे सामने आए ही नही, आज उन्हें कड़ी-दर कड़ी जोड़कर स्वराज के रूप में एक ऐसा कार्यक्रम बनाया गया है, जिससे आपको अपने इतिहास पर गर्व होगा ।
श्री मयंक अग्रवाल
सीईओ .प्रसार भारती