Operation Sindoor: रक्षा मंत्रालय के पूर्व सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल विनोद खंडारे ने स्पष्ट किया है कि यह संभव नहीं है कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के भंडार पर सीधे हमला किया हो। उन्होंने यह बयान ऑपरेशन सिंदूर के बारे में रिपब्लिक टीवी को दिए गए इंटरव्यू में दिया। इसलिए, अब इस सवाल पर नई रोशनी डालने में मदद मिलेगी कि क्या भारतीय सेना ने वास्तव में पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के भंडार पर हमला किया था।
लेफ्टिनेंट जनरल खंडारे ने इस इंटरव्यू में पूरे घटनाक्रम का विश्लेषण पेश किया है। उन्होंने कहा, “युद्ध के परिणामों पर तभी चर्चा होती है, जब वह हो चुका होता है, इसके लिए हमें सभी संदर्भ बिंदुओं को जोड़ना पड़ता है। जब भारत ने हमला किया, तो किराना हिल्स क्षेत्र में बड़े भूकंप जैसे झटके आए, जहां परमाणु हथियार रखे होने की बात कही जाती है। उसी समय, मिस्र से विमान निरीक्षण के लिए आए थे। यह सब क्या संकेत देता है? निष्कर्ष यह है कि वहां कुछ बड़ा हुआ है।”
लेफ्टिनेंट जनरल खंडारे ने इसी साक्षात्कार में आगे कहा कि “भारतीय सेना ने अपना लक्ष्य निश्चित करते हुए, परमाणु हथियार भंडारण का स्थान कभी नहीं चुना। नूर खान एयरबेस पर परमाणु हथियार भंडारण के लिए एक नियंत्रण प्रणाली थी, जिसे नष्ट कर दिया गया है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि भारतीय सेना ने परमाणु हथियार भंडारण को ही निशाना बनाया।”
लेफ्टिनेंट जनरल खंडारे ने इस साक्षात्कार में पाकिस्तान के अहंकार, सच्चाई से इनकार और शेखी बघारने पर भी निशाना साधा। पाकिस्तान कभी अपनी हार स्वीकार नहीं करेगा, लेफ्टिनेंट जनरल खंडारे ने इस साक्षात्कार में स्पष्ट किया है। इससे ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बड़ा खुलासा करने में मदद मिलेगी।
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