महाराष्ट्र सरकार ने ब्रेक दी चेन के अंतर्गत कोविड 19 पॉजिटिविटी दर और बेड की उपयोगिता का नया आंकड़ा दिया है। जिसके अंतर्गत मुंबई को लेकर प्रतिबंधों में छूट की आशा जगी है तो राज्य के कई जिले अब भी गंभीर संकट में दिख रहे हैं। इसे लेकर अब स्थानीय प्रशासन द्वारा नए दिशानिर्देश जारी करने की आशाएं बढ़ गई हैं।
राज्य में कोरोना प्रतिबंधों को पांच चरणों में कम करने की घोषणा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने संबोधन में की थी। इसके अंतर्गत चरणबद्ध माध्यम से प्रतिबंधों को कम करने के लिए जिले या शहर में कोविड 19 पॉजिटिविटी दर और ऑक्सीजन बेड की ऑक्यूपेन्सी को देखा जा रहा है। अब ब्रेक दी चेन के अंतर्गत मुंबई के लिए बड़ी खुशखबरी है, जहां की पॉजिटिविटी दर और ऑक्सीजन बेड ऑक्यूपेन्सी दोनों ही प्रथम चरण के मानकों को पूरा कर रही है।
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मुंबई के लिए शुभ संकेत
मुंबई में कोरोना के लिए उपलब्ध कुल 9,626 बेड में से 2,967 बेड ही ऑक्यूपाइड हैं, जो 23.56 प्रतिशत है। इसके अलावा कोरोना पॉजिटिविटी दर भी 3.79 प्रतिशत तक पहुंच गई है। इसको देखते हुए मुंबई अब प्रथम चरण के मानकों को पूरा कर रहा है। जिसमें ऑक्सीजन बेड ऑक्यूपेन्सी 25 प्रतिशत से नीचे और कोरोना पॉजिटिविटी दर 5 से नीचे होना चाहिए। अब मुंबई को क्या छूट दी जाएगी इसका निर्णय मुंबई महानगर पालिका को करना है।
कुछ जिलों में परिस्थिति चिंतनीय
राज्य में रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और जालना में परिस्थिति अब चिंता का विषय है। यहां कोरोना पॉजिटिविटी दर और बेड ऑक्यूपेन्सी अधिक है जिसके कारण यह क्षेत्र अब भी चिंता उत्पन्न कर रहे हैं।