कोरोना वैक्सीन अभी निर्माणाधीन है लेकिन सेंधमार सक्रिय हो गए हैं। जानकारी के अनुसार जो फार्मा कंपनियां और सरकारी संस्थाएं वैक्सीन के शोध, परीक्षण और वितरण की तैयारी में जुटी हैं ऐसी जगहों पर कंप्यूटर डेटा प्राप्त करने के निरंतर प्रयत्न हो रहे हैं। इस संबंध में वैसे अभी यह निश्चित नहीं है कि इस प्रयत्न के पीछे उद्देश्य क्या है? लेकिन पिछले कुछ दिनों में वैक्सीन निर्माण और सप्लाई की तैयारी में सम्मिलित होनेवाले संस्थानों में साइबर डाके की लगातार कोशिश हो रही है।
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न्यू यॉर्क टाइम्स में छपे समाचार के अनुसार पिछले कुछ काल में ऐसी संस्थाओं पर साइबर सेंधमारों का डेटा चोरी करने का प्रयत्न बढ़ गया है।अमेरिका की होमलैंड सिक्योरिटी ने एक चेतावनी जारी की है। जिसमें वैक्सीन शोध, निर्माण और वितरण प्रक्रिया से जुड़ी कंपनियों को अपने डेटा को सुरक्षित रखने के लिए कहा गया है।
आईबीएम रीसर्च और साइबर सुरक्षा व इंफ्रास्ट्रक्चर एजेंसी ने पाया है कि साइबर हमलों में तेजी आई है। ये हमले अधिकारियों के लॉग इन क्रेडेंशियल प्राप्त करने के उद्देश्य से हो रहे हैं। वैश्विक स्तर पर इन हमलों में पिछले कुछ काल में तेजी आई है। इसको लेकर जानकारों का कहना है कि संस्थानों को अपनी साइबर सिक्योरिटी की व्यवस्था में चुस्ती अपनानी चाहिए। ये सुरक्षा वैक्सीन की शुरआत से लेकर अंतिम स्तर तक होनी चाहिए। कंपनियों में फिशिंग ईमेल्स (धोखा धड़ी) भेजे जा रहे हैं।
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