प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उत्तराखंड स्थित पुष्पांजलि रियलम्स एंड इंफ्राटेक लिमिटेड और कंपनी के निदेशक राजपाल वालिया की पत्नी की 31.15 करोड़ की संपत्ति को जब्त कर लिया है। जब्त की गई संपत्ति में ज्यादतर अचल संपत्ति शामिल है। इस मामले में एक रिपोर्ट जारी की गई है। इस रिपोर्ट के अनुसार ईडी ने यह कार्रवाई धोखाधड़ी के एक मामले में किया है। यह कार्रवाई पीएमएलए एक्ट 2002 के तहत की गई है।
ईडी ने जुलाई 2020 में देहरादून के राजपुर पुलिस थाने में कंपनी, उसके निदेशक और अन्य के खिलाफ आईपीसी की कई धाराओं के तहत धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज कराया था। इसके साथ ही इसकी जांच शुरू की गई थी।
फ्लैटधारकों के साथ ठगी का मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार फ्लैटधारकों की शिकायत के बाद धोखाधड़ी के मामले का खुलासा हुआ। जांच के दौरान पता चला कि कंपनी ने फ्लैटधारकों की अग्रिम बुकिंग की राशि को अन्य उद्देश्यों के लिए डायवर्ट कर दिया। उसने इस राशि का इस्तेमाल अपने और अपने परिवार के नाम पर संपत्ति खरीदी के लिए किया।
31.15 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति कुर्क
फिलहाल मामले में कंपनी के भूखंड के रूप में 31.15 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति के साथ ही एक आवासीय संकुल और वालिया का एक फ्लैट कुर्क कर लिया गया है। फ्लैट उसकी पत्नी के नाम पर हस्तांतरित किया गया था। यह कार्रवाई पीएमएलए एक्ट के तहत की गई है। फिलहाल मामले में आगे की जांच की जा रही है।
कंपनी का निदेशक 2020 से फरार
पुष्पांजलि के निदेशको पर फ्लैटधारकों के पैसे अन्य जगहों पर इस्तेमाल करने का आरोप है। इस मामले में राजपुर थाने में 8 मामले दर्ज हैं। कंपनी का निदेशक दीपक मित्तल 2020 से ही फरार है। उस समय से ही ईडी मामले की जांच कर रही है। दीपक के फरार हो जाने के बाद उसके नाम पर रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया है।
फ्लैटधारकों के हित में कार्रवाई
दीपक के वापस नहीं आने के कारण ईडी ने फ्लैटधारकों के हितों की रक्षा के लिए उसकी संपत्ति कुर्क करने की दिशा में कदम उठान शुरू किया है। इसके बाद देहरादून में स्थित निदेशक राजपाल वालिया की संपत्ति को बेचा जा सकता है। हालांकि ईडी की नजर दीपक मित्तल की संपत्तियों पर है। वह उसकी कई संपत्तियों को कुर्क करने की दिशा में कदम बढ़ा सकती है।
सुपरटेक का मामला
इससे पहले हाल ही में नोएडा स्थित रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक को बड़ा झटका लग चुका है। सुपरटेक फ्लैटधारको के पैसे वापस नहीं कर पाया। उसके बाद वह दिवालिया हो गया है।