लखनऊ में बिल्डिंग हादसे के बाद मेरठ के किठौर के सपा विधायक शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इसके बाद एसओजी की टीम नवाजिश को लेकर लखनऊ गई। मेरठ में इससे शाहिद मंजूर समर्थकों में खलबली मची हुई है।
जांच शुरू
लखनऊ में अपार्टमेंट गिरने से हुए हादसे की प्रदेश सरकार ने जांच शुरू करा दी है। इस अपार्टमेंट की जमीन पूर्व कैबिनेट मंत्री और मेरठ के किठौर से सपा विधायक शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश और भतीजे तारिक के नाम है। लखनऊ से फोन कॉल आते ही मेरठ में पुलिस सक्रिय हो गई और शाहिद मंजूर के जली कोठी स्थित आवास की घेराबंदी कर ली गई। मेरठ एसओजी ने नवाजिश को हिरासत में ले लिया। इसके बाद एसओजी कार्यालय में नवाजिश से एसपी क्राइम अनित कुमार ने जमीन और अपार्टमेंट के बारे में जानकारी ली। देर रात ही एसओजी टीम नवाजिश को लेकर लखनऊ के लिए रवाना हो गई।
शाहिद मंजूर के परिवार को नोटिस जारी
लखनऊ के अपार्टमेंट का निर्माण यजदान बिल्डर ने कराया है। इसके बाद अपार्टमेंट के 12 में से दस फ्लैट बेच दिए गए और दो फ्लैट शाहिद मंजूर के पास है। इनमें से एक फ्लैट में शाहिद मंजूर की बेटी अपने परिवार के साथ रहती थी। फ्लैट की मरम्मत करने के बाद उसकी बेटी फिलहाल दूसरी जगह शिफ्ट हो गई। मेरठ में पुलिस ने शाहिद मंजूर के परिवार को बिना अनुमति शहर नहीं छोड़ने का नोटिस दिया है। शाहिद मंजूर के भतीजे तारिक की धरपकड़ के लिए पुलिस कई स्थानों पर छापेमारी कर रही है। इस घटना के बाद से शाहिद मंजूर के मेरठ स्थित आवास और किठौर आवास के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। गौरतलब है कि नवाजिश इससे पहले जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीत चुका है।