पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित मवेशी तस्करी मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खासम खास बाहुबली नेता अणुव्रत मंडल की गिरफ्तारी होने के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने मंडल से किनारा कर लिया है।
11 अगस्त को मंडल की गिरफ्तारी के बाद शाम के समय प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य के मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और पूर्व विधायक समीर चक्रवर्ती ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार के मामले में किसी भी तरह का किसी का समर्थन नहीं करती है। अणुव्रत मामले में भी पार्टी का यह रुख बरकरार है।
पार्टी में भ्रष्टाचारियों के लिए कोई जगह नहीं
भट्टाचार्य ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस में किसी भी तरह के भ्रष्टाचार के लिए जगह नहीं है। पार्टी के सांसद और अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पहले ही यह स्पष्ट कर चुके हैं। यही बात पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी भी कह चुकी हैं। उसी रुख पर अणुव्रत मामले में भी हम कायम हैं। किसी भी तरह से आम लोगों से ठगी, प्रताड़ना या भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पार्टी इसका समर्थन कतई नहीं करेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि अणुव्रत मामले में कानूनी कार्रवाई की राह में किसी भी तरह से पार्टी रोड़ा नहीं बनेगी।
सीबीआई और ईडी पर उठाया सवाल
उन्होंने यह भी साफ किया कि फिलहाल पार्टी अनुव्रत मंडल को किसी भी सांगठनिक पद से नहीं हटाया जाएगा। पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों की कार्यशैली पर सवाल उठाया। उन्होंन कहा कि सीबीआई व ईडी जैसी संस्थाएं निष्पक्ष नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कई बड़े नेता भ्रष्टाचार के कई मामलों में संलिप्त रहे हैं और उनके खिलाफ एफआईआर होने के बावजूद केंद्रीय एजेंसियां कोई कार्रवाई नहीं करती हैं। इस पक्षपात के खिलाफ शुक्रवार और शनिवार को तृणमूल कांग्रेस का छात्र और युवा संगठन प्रत्येक जिले में प्रदर्शन करेगा।