भारत-बांग्लादेश सीमा (India-Bangladesh Border) पर बढ़ती चुनौतियों और बांग्लादेश (Bangladesh) में बदलते हालात को देखते हुए सीमा सुरक्षा बल (Border Security Force) के अतिरिक्त महानिदेशक (पूर्वी कमान) महेश कुमार अग्रवाल ने सतर्कता और चौकसी और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता (Recruitment) पर जोर दिया है।
पूर्वी फ्रंटियर के दौरे पर पहुंचे एडीजी अग्रवाल (ADG Agarwal) ने सीमावर्ती क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था और संचालनात्मक तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान बीएसएफ के गुवाहाटी फ्रंटियर के आईजी सुखदेव राज और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें सीमा की मौजूदा स्थिति से अवगत कराया।
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सुरक्षा विषयों पर चर्चा
बीएसएफ प्रवक्ता के अनुसार, समीक्षा बैठक में बांग्लादेश में उभरती स्थितियों, सीमा पार अपराधों और भारत-पाकिस्तान सीमा से जुड़े सुरक्षा विषयों पर भी चर्चा हुई। एडीजी अग्रवाल ने अधिकारियों से कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर हर हाल में चौकसी बनाए रखना जरूरी है ताकि किसी भी आपात स्थिति का तुरंत और प्रभावी ढंग से जवाब दिया जा सके। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात बीएसएफ जवानों की सराहना करते हुए कहा कि उनका समर्पण और सतर्कता प्रशंसनीय है।
गौरतलब है कि महेश कुमार अग्रवाल ने इसी महीने रवि गांधी का स्थान लिया है, जिन्हें अब दिल्ली मुख्यालय में एडीजी (लॉजिस्टिक्स) की ज़िम्मेदारी दी गई है।
पूर्वी कमान भारत-बांग्लादेश की कुल 4,096 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा की निगरानी करती है, जो पश्चिम बंगाल (2,216 किमी), त्रिपुरा (856 किमी), मेघालय (443 किमी), मिजोरम (318 किमी) और असम (263 किमी) राज्यों से होकर गुजरती है।
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