इन महाशक्ति देशों के राष्ट्रपति हैं गंभीर बीमारियों के शिकार!

महाशक्ति माने जाने वाले देशों में शामिल तीन देशों अमेरिका, चीन और रूस के राष्ट्रापति गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं।

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विश्व की महाशक्ति माने जाने वाले देशों में शामिल तीन देशों अमेरिका, चीन और रूस के राष्ट्रापति गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं। हालांकि उनकी बीमारियों के बारे में आधिकारिक रूप से कोई जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन उनके क्रियाकलाप के साथ ही छन-छनकर आ रही खबरें इस दावे पर मुहर लगाने के लिए काफी हैं।

आइए जानते हैं, इन सुपर पॉवर देशों के राष्ट्रपतियों को आखिर है कौन-सी बीमारी?
यूक्रेन के साथ युद्ध में व्यस्त रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो-दो गंभीर बीमारियों के शिकार हैं। उनके पेट में जहां कैंसर है, वहीं उन्हें पार्किंसन नामक गंभीर बीमारी की भी चपेट में हैं।

पुतिन को कैंसर
प्राप्त जानकारी के अनुसार उनके पेट का कैंसर 18 महीने पहले डिक्टेट हुआ है। लेकिन इतने कम समय में ही यह बीमारी काफी गंभीर हो गई है और अब जल्द ही इसकी सर्जरी जरुरी है। डॉक्टरों ने उन्हे इसकी जल्द से जल्ज सर्जरी कराने की सलाह दी है। इसकी सर्जरी 9 मई को विक्ट्री परेड के बाद कभी भी किए जाने की बात कही जा रही थी। अगर उनका पेट का कैंसर ठीक हो जाता है तो भी पार्किंसन की बीमारी से निजात मिलना मुश्किल है।

दिमाग से जुड़ी बीमारी
असल में पार्किंसन दिमाग से जुड़ी बीमारी है। यह बीमारी उम्र बढ़ने पर अधिकांश रूपसे होती है। इस बीमारी की गंभीरता को देखते हुए लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक करने के लिए हर वर्ष 11 अप्रैल को वर्ल्ड पार्किंसन डे मनाया जाता है।

बीमारी से परेशानी
इस बीमारी से दिमाग की नसों को खास तौर पर काफी नुकसान पहुंचता है और हाथ-पैर कांपते रहते हैं। इसके साथ ही शरीर का संतुलन नहीं बना पाता है। मेडिकल की भाषा में इसे प्रोग्रेसिव न्यूरो -डी- जनरेटिव डिसऑर्डर कहते हैं। नींद नहीं आना और बेचैनी इसके खास लक्षण हैं।

शी जिनपिंग
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग एक गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। इस बीमारी के कारण 2021 में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार वे दिमाग से जुड़ी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं। इसे मेडिकल की भाषा में सेरेब्रल एन्यूरिज्म कहा जाता है। वे अपनी बीमारी का ऑपरेशन करवाने की बजाय पारंपरिक चीनी दवाओं से उपचार कर रहे हैं। हालांकि उनकी बीमारी की खबर अब आई है, लेकिन इसकी जानकारी काफी पहले से मिलती रही है। कोरोना की शुरुआत से लेकर बीजिंग विंटरओलंपिक तक वे किसी भी विदेशी नेता से नहीं मिले थे। मार्च 2019 में इटली दौरे के समय देखा गया था कि उन्हें चलने-फिरने में परेशानी हो रही है। वहीं फ्रांस में इसी दौरे के समय उन्हें बैठने में दिक्कत हो रही थी। इस कारण उन्हें सहारा लेना पड़ा था।

 सेलेब्रल एन्यूरिज्म की बीमारी है क्या?
वास्तव में इस बीमारी में मस्तिष्क में एक धमनी फैल जाती है। ये अधिक फैल जाए तो इसके फटने का खतरा रहता है। हालांकि ऐसा कम ही होता है। लेकिन ये खतरनाक तब हो जाता है, जब एक ही रोगी में कई एन्यूरिज्म हो जाएं। सिरदर्द, ओकुलर दर्द और कम दिखना इसके प्रमुख लक्षण हैं।

जो बाइडेन
दुनिया की नंबर वन महाशक्ति देश अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। हालांकि इसके बारे में आधिकारिक जानकारी नहीं है, लेकिन उनकी उम्र और कई बार के हावभाव को देखकर कहा जा रहा है कि वे बढ़ती उम्र की बीमारियों के शिकार हैं। उन्हें डिमेंशिया नामक गंभीर बीमारी से पीड़ित बताया जा रहा है। रिसर्च के एक अकैडमिक पेपर के अनुसार 79 प्रतिशत चांस है कि बाइडेन राष्ट्रपति के अपने कार्यकाल पूरा होने तक जीवित रहें।

हवा में हैंडशेक करते पाए गए बाइडेन
अप्रैल 2022 में उस समय जो बाइडेन के बीमार होने के दावे को बल मिला, जब वे उत्तरी कैरोलिना की पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी में भाषण दे रहे थे। भाषण खत्म होने के बाद वे अकले ही हवा में हाथ मिलाते दिखे। यह पूरी घटना एक वीडियो में कैद है। इसके वायरल होने के बाद विपक्ष ने उन पर जमकर निशाना साधा था।

वीडियो में क्या है?
स्टेज पर अपना भाषण खत्म करने के बाद वे मुड़े और हैंडशेक करने लगे। बाइडेन को अहसास नहीं था कि स्टेज पर वे अकेले हैं। विडियो में देखा जा सकता है कि बाइडेन दाईं ओर मुड़े और गॉड ब्लेस यू ऑल बोलकर हैंडशेक करने के लिए हाथ आगे बढ़ाया। कहा जा रहा है कि बाइडेन डिमेंशिया से पीड़ीत हैं।

इससे पहले एक बार वे अपने घर सीधा न जाकर घूमकर पहुंचे थे। कहा जा रहा था कि वे अपने घर का रास्ता भूल गए थे।

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