डाक टिकट पर अंडरवर्ल्ड का डाका!

कानपुर डाक विभाग में अंडरवर्ल्ड ने डाका डालकर यह साबित कर दिया है कि अपराधियों के हाथ कितने लंबे होते हैं। यहां के डाक विभाग ने अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन और उत्तर प्रदेश के कुख्यात अपराधी मुन्ना बजरंगी की तस्वीर वाला डाक टिकट जारी कर दिया है।

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उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। सरकारी विभागों की लापरवाही के इस कारनामे से प्रदेश के प्रशासन में हड़कंप मच गया है। कानपुर डाक विभाग में अंडरवर्ल्ड ने डाका डालकर यह साबित कर दिया है कि अपराधियों के हाथ कितने लंबे होते हैं। यहां के डाक विभाग ने अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन और उत्तर प्रदेश के कुख्यात अपराधी मुन्ना बजरंगी की तस्वीर वाला डाक टिकट जारी कर दिया है। ये डाक टिकट केंद्र सरकार की ‘माई स्टैम्प’ योजना के अनुसार जारी किए गए थे। ‘माई स्टैम्प’ योजना के तहत, कोई भी व्यक्ति डाक टिकटों की वैयक्तिक शीट प्राप्त कर सकता है।

लापरवाही की जांच शुरू
इस मामले में डाक विभाग की लापरवाही की जांच शुरू कर दी गई है। फिलहाल इसमें डाक विभाग की लापरवाही की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि टिकट जारी करने से पहले इनके बारे में कोई जानकारी नहीं प्राप्त की गई। डाक विभाग ने छोटा राजन के 5 रुपए के 12 डाक टिकट जारी किए हैं, इतनी ही संख्या में मुन्ना बजरंगी के नाम पर भी टिकट जारी किए गए हैं। मुन्ना बजरंगी यूपी के गैंगस्टर मुख्तार अंसारी का खास माना जाता है।

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अधिकारी ने दी सफाई
जब इस मामले को लेकर हंगामा होने लगा, तो अधिकरी ने कहा कि किसी व्यक्ति को डाक टिकट बनवाने के लिए खुद आना पड़ता है। वेबकैम के सामने फोटो खिचवानी पड़ती है या फिर स्कैन कराया जाता है। विभाग की ओर से किसी गैंगस्टर के नाम पर डाक टिकट जारी करने संबंधी कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ है तो मामले की जांच की जाएगी।

इस वजह से हुई गलतफहमी
वास्तव में इस मामले में ये बात सामने आई है कि डाक टिकट जारी करने में उन औपचारिकताओं का पालन नहीं किया गया, जो जरुरी होती है। दरअस्ल इस मामले में छोटा राजन का नाम राजेंद्र एस. निखालजे और मुन्ना बजरंगी का नाम प्रेम प्रकाश बताया गया। इस वजह से विभाग को इन कुख्यात अपराधियों को लेकर कोई शक नहीं हुआ।
क्या है माई स्टैंप योजना?
‘माई स्टैम्प’ योजना के तहत किसी भी व्यक्ति, संस्थान, कलाकृति, विरासत की इमारत, प्रसिद्ध पर्यटन स्थल, ऐतिहासिक शहर, वन्य जीव, अन्य जानवर और पक्षी की तस्वीर के डाक टिकट जारी किए जा सकते हैं। संचार मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले डाक विभाग द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार, ग्राहक को माई स्टैम्प ऑर्डर का फॉर्म भरना होता है। यह भी उल्लेख किया गया है कि ऐसी छवियां “जो कानून का उल्लंघन कर सकती हैं या समाज के किसी भी नैतिक मूल्यों को नष्ट कर सकती हैं या जो किसी भी तीसरे पक्ष, देश या भारत के हितों के खिलाफ हैं” स्वीकार नहीं की जाएंगी।

यादों को समेटने के लिए योजना
केंद्र की मोदी सरकार ने लोगों को अपनी यादों को समेटने के लिए उनके नाम पर डाक टिकट जारी करने की योजना शुरू की है। इस स्कीम का नाम माई स्टांप रखा गया है। इसके लिए सरकार ने 12 टिकटों के दाम 300 रुपए तय किए हैं। ये अन्य टिकटों की तरह ही मान्य होते हैं। इन्हें लेटर या लिफाफे पर चिपकाकर पोस्ट भी किया जा सकता है।

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