Armed Border Force: केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने 20 मई को नई दिल्ली में सशस्त्र सीमा बल (Armed Border Force) के मुख्यालय में एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक(High level review meeting) की अध्यक्षता की। इस बैठक में एसएसबी के प्रचालनात्मक और प्रशासनिक कार्यों, उपलब्धियों और भविष्य की रणनीतियों की समीक्षा की गई।
184 विदेशी गिरफ्तार, 27 उग्रवादी ढेर
इस बैठक में एसएसबी की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। एसएसबी के महानिदेशक ने बताया कि पिछले चार साल में बल ने सीमा पार कर भारत में अवैध रूप से घुसने का प्रयास कर रहे 184 विदेशी गिरफ्तार किए, वहीं 27 उग्रवादियों को ढेर कर दिया गया।
बैठक में एसएसबी के महानिदेशक अमृत मोहन प्रसाद ने संगठन की वर्तमान संरचना, सीमावर्ती तैनाती, प्रचालन उपलब्धियों, तकनीकी उन्नति और भविष्य की चुनौतियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने विशेष रूप से भारत-नेपाल एवं भारत-भूटान सीमाओं पर एसएसबी की प्रभावशाली उपस्थिति, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों एवं जम्मू-कश्मीर में बल की सक्रिय भूमिका को रेखांकित किया।
2156 पीड़ित कराए गए मुक्त
महानिदेशक प्रसाद ने एसएसबी की उपलब्धियां साझा करते हुए बताया कि 2020 से 2025 के दौरान एसएसबी ने 184 विदेशी नागरिकों को अवैध रूप से सीमा पार करने पर गिरफ्तार किया। इसी अवधि में 1250 मानव तस्करी के मामलों में 2156 पीड़ितों को मुक्त कराया गया और 1094 तस्करों को पकड़ा गया।एसएसबी ने नक्सल और आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों में 426 उग्रवादियों को आत्मसमर्पण या गिरफ्तारी के लिए बाध्य किया और 27 उग्रवादियों को मुठभेड़ों में ढेर किया।
प्रसाद ने बताया कि एसएसबी द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों में नागरिक सहभागिता बढ़ाने के लिए विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनमें चिकित्सा शिविर, पशु चिकित्सा सेवा, कौशल विकास कार्यक्रम और महिला सशक्तिकरण प्रयास शामिल हैं। बैठक में इसके अलावा बल के कर्मियों के स्वास्थ्य संवर्धन के लिए ‘एंटी ओबेसिटी ड्राइव’ और श्री अन्न के उपयोग को प्रोत्साहन जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। आवासीय सुविधाओं में उल्लेखनीय सुधार के तहत वर्ष 2020-21 में 20.40 प्रतिशत से बढ़ाकर वर्ष 2024-25 में 31.95 प्रतिशत आवास संतुष्टि दर्ज की गई है।
बैठक में गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. राजेन्द्र कुमार, सचिव (बीएम), मृत्युंजय कुमार नारायण, अतिरिक्त सचिव (पी-II), संजीव कुमार जिंदल, अतिरिक्त सचिव (पीएम), पौसुमी बासु, संयुक्त सचिव (बीएम), जूही वर्मा, निदेशक, दीपक कुमार, निदेशक (पीएफ) तथा शशांक मणि त्रिपाठी, (ओएसडी) उपस्थित रहे।