Shikhar Savarkar Award 2024: सिस्केप संस्था को मिला ‘शिखर सावरकर उत्कृष्ट पर्वतारोहण संस्थान 2024 पुरस्कार’, स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक ने किया सम्मानित

सिस्केप स्वयंसेवकों ने कहा, ‘यह पुरस्कार प्राप्त करना अत्यंत खुशी और सम्मान का क्षण है।’ उन्होंने आगे कहा कि ‘स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक’ पर इस कार्यक्रम का साक्षी बनना सौभाग्य की बात है।

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‘स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक’ (Swatantraveer Savarkar National Smarak) द्वारा पर्वतारोहण के क्षेत्र में ‘शिखर सावरकर पुरस्कार 2024’ (Shikhar Savarkar Award 2024) शुक्रवार (11 अक्टूबर) को सिस्केप संस्था (Siscape Institution), रायगढ़ को प्रदान किया गया। ‘शिखर सावरकर उत्कृष्ट पर्वतारोहण संस्थान 2024’ के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

सिस्केप स्वयंसेवकों ने कहा, ‘यह पुरस्कार प्राप्त करना अत्यंत खुशी और सम्मान का क्षण है।’ उन्होंने आगे कहा कि ‘स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक’ पर इस कार्यक्रम का साक्षी बनना सौभाग्य की बात है। इस अवसर पर सिस्केप संस्था के पदाधिकारी ने कहा कि यह विशेष प्रसन्नता की बात है कि रायगढ़ की संस्था को मुंबई जैसे महानगर में वीर सावरकर स्मारक में मान्यता मिली है।

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पुरस्कार के लिए आभारी
स्वयंसेवकों ने बताया कि संगठन के 40 से 45 स्वयंसेवक कार्यक्रम में भाग लेने के इच्छुक थे, लेकिन संगठन के कार्य के दायरे को देखते हुए यह संभव नहीं था। ‘शिखर सावरकर उत्कृष्ट पर्वतारोहण संस्थान 2024’ पुरस्कार स्वीकार करते समय अभिभूत महसूस कर रहा हूं। इस स्वयंसेवक ने कहा, लेकिन हमारे जैसे जमीन पर काम करने वालों को मंच से सम्मानित करने के लिए हम स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के आभारी हैं। इस अवसर पर संगठन के युवा पदाधिकारी एवं स्वयंसेवक उपस्थित थे।

‘सिस्केप’ संगठन के कार्य के बारे में
लंबी पैदल यात्रा के माध्यम से साहसिक पथों का पता लगाते समय, पर्यावरण-अनुकूल ज्ञान पथों को चिह्नित किया जाना शुरू हो जाता है। इसके अलावा, सिस्केप संगठन की स्थापना मेहनती प्रकृति-प्रेमी कदमों के माध्यम से निरंतर पर्यावरण सेवा प्रदान करने के नेक इरादे से की गई थी। सिस्केप इस भावना को जीवित रखने का काम करता है कि जीवन की श्रृंखला में कमजोर और उपेक्षित प्राणी भी हमारे जीवन के आवश्यक अंग हैं और उनकी रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है।

उपेक्षित शिकारी जंगली पक्षियों सहित कई लुप्तप्राय प्रजातियों की रक्षा, संरक्षण और पोषण के लिए सिस्केप द्वारा किया गया कार्य बहुत प्रेरणादायक है। इसलिए सिस्केप संस्थाओं के पदाधिकारियों एवं स्वयंसेवकों का कार्य सदैव दूसरों के लिए मार्गदर्शक होता है।

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