श्रद्धा वालकर की जघन्य हत्या के प्रकरण में अहम जानकारी सामने आ रही है। जिसमें श्रद्धा की हड्डियों से लिये गए डीएनए के नमूनों का मिलान पिता के डीएनए से होने की बात सामने आई है। यह इस प्रकरण में आफताब की क्रूरता का सबसे बड़ा साक्ष्य है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आफताब के घर से मिले रक्त के थक्के और हड्डियों से डीएनए निकाला गया था। इसे श्रद्धा के पिता के डीएनए से मिलान के लिए फॉरेन्सिक साइन्स लैब में परीक्षण किया गया। जिसमें यह पाया गया कि, दोनों के डीएनए एक ही हैं। आफताब पूनावाला और श्रद्धा पूनावाला दिल्ली के मेहरौली में लिव इन रिलेशनशिप में रहते थे। वहीं के फ्लैट में आफताब ने श्रद्धा की हत्या की और इसके शव के पैंतीस टुकड़े करके उसे फ्रिज में रख दिया। आरोप है कि, इन टुकड़ों को वह प्रतिदिन आसपास के जंगलों में फेंकता था, जिससे किसी को शंका न हो पाए।
खाड़ी में मोबाइल की खोज
श्रद्दा प्रकरण की जांच में यह सामने आया कि, इस प्रकरण से जुड़ा एक मोबाइल मुंबई से सटे भायंदर की खाड़ी में डाला गया है। उसकी लोकेशन खाड़ी में ट्रेस हुए थी, जिसके बाद पुलिस ने वहां भी खोजबीन की। इसमें क्या प्रगति हुई इसकी पूर्ण जानकारी आनी बाकी है। श्रद्धा की हत्या के बाद आफताब उसके सोशल मीडिया अकाउंट संचालित करता था, जिससे किसी को शंका न हो।
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दिल्ली पुलिस का इन्कार
श्रद्धा वालकर हत्या की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने डीएन जांच रिपोर्ट न मिलने की जानकारी दी है। दिल्ली के विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) सागर प्रीत हुडा ने इसकी पुष्टि की है।