यूक्रेन पर हमलों को लेकर रूस ने स्पष्ट किया है कि, उसके कुछ मुद्दे हैं जिनपर यूक्रेन को सकारात्मक नीति अपनानी होगी। जिसके बाद रूस हमले रोक देगा। युद्ध के 9वें दिन रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने यह बाते कहीं हैं। जर्मन चांसलर के साथ चर्चा में पुतिन ने यूक्रेन के शहरों पर बमबारी के आरोपों से इन्कार किया है।
रूस के राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन ने कहा है कि, यूक्रेन के शहरों पर बमबारी की खबरें गलत और फर्जी हैं। पुतिन का यह बयान उनकी जर्मन चांसलर ओलाफ सोल्ज के साथ बातचीत के दौरान आया। पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन की राजधानी कीव और अन्य बड़े शहरों में हवाई हमलों की खबर एक दुष्प्रचार है। उन्होंने साफ किया कि यूक्रेन पर बातचीत तभी संभव है, जब उनकी मांगें मान ली जाएं।
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क्रेमलिन के अनुसार, पुतिन ने इस बात की पुष्टि की है कि, रूस के लिए यूक्रेनी पक्ष और अन्य सभी के साथ वार्ता का विकल्प खुला है लेकिन, शर्त है कि रूस की सभी मांगों को मान लिया जाए।
- यूक्रेन का तटस्थ औऱ गैर परमाणु देश होना
- क्रीमिया को रूस का हिस्सा मानना
- पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादी क्षेत्रों की संप्रभुता
यूक्रेन उठाए सकारात्मक
अब यूक्रेन की सरकार तार्किक और सकारात्मक कदम उठाएगी जिससे कि बातचीत का सकारात्मक वातावरण बने इसकी आशा व्यक्त की जा रही है। कीव के वार्ताकारों के अनुसार, दोनों पक्षों के बीच अगले चरण की बातचीत सप्ताहांत तक होने की संभावना है। यूक्रेन और रूस के बीच अब तक दो दौर की वार्ता हो चुकी है, हालांकि इस बातचीत में अभी तक कोई खास नतीजा नहीं निकला है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति पोलैंड की शरण में
रूसी संसद ड्यूमा के स्पीकर ने दावा किया है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्डोमीर जेलेंस्की देश छोड़कर पोलैंड जा चुके हैं। हालांकि यूक्रेनी प्रशासन की ओर से इस पर अभी तक कुछ नहीं कहा गया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का न्यौता ठुकराते हुए कहा था कि अगर वो मदद करना चाहते हैं तो हथियार दें, उन्हें देश छोड़ने के लिए सवारी नहीं चाहिए।